Home » Blogs » जोहरान ममदानी ने चुनाव जीतने के बाद दिया जोशीला भाषण, डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती

जोहरान ममदानी ने चुनाव जीतने के बाद दिया जोशीला भाषण, डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती

न्यूयॉर्क: अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयॉर्क के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी ने अपनी ऐतिहासिक जीत के बाद अपने भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीधा चुनौती दी। उन्होंने अपनी जीत को ‘आशा की जीत’ बताया और कहा कि यह पुराने राजनीतिक ढांचों को तोड़ने का संकेत है। ममदानी ने इस मौके पर भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का भी उल्लेख किया और कहा कि शहर अब पुराने से नए की ओर कदम बढ़ा चुका है।

ममदानी ने हासिल की ऐतिहासिक जीत

मंगलवार को हुए चुनाव में ममदानी ने रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा और पूर्व न्यूयॉर्क गवर्नर एंड्र्यू कुओमो को हराकर जीत दर्ज की। कुल वोटों की गिनती में ममदानी को 10,36,051 वोट (50 फीसदी से अधिक) मिले, जबकि कुओमो को 8,54,995 वोट (41.6%) और स्लिवा को 1,46,137 वोट मिले। 34 साल के ममदानी अमेरिका के सबसे बड़े शहर के पहले दक्षिण एशियाई और मुस्लिम मेयर बने। ममदानी का जन्म युगांडा में हुआ और उनकी मां प्रसिद्ध भारतीय फिल्मकार मीरा नायर तथा पिता कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर महमूद ममदानी हैं।

न्यूयॉर्कवासियों को बदलाव का संदेश

ब्रुकलिन पैरामाउंट में हजारों समर्थकों के सामने ममदानी ने कहा कि भविष्य अब उनके हाथ में है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘न्यूयॉर्क ने आज रात बदलाव का जनादेश दिया।‘ उन्होंने कहा कि यह जीत एक नई राजनीति, किफायती शहर और जनता की उम्मीदों का प्रतीक है। ममदानी ने जवाहरलाल नेहरू की पंक्तियों का हवाला देते हुए कहा कि इतिहास में ऐसे पल आते हैं जब पुराना ढांचा टूटता है और नया युग सामने आता है। उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क अब पुराने से नए की ओर बढ़ चुका है और अब लोगों की आवाज़ साफ और दृढ़ होगी।

ट्रंप को दिया खुला चैलेंज

ममदानी ने कहा कि न्यूयॉर्क प्रवासियों द्वारा विकसित और संचालित शहर है और अब इसका नेतृत्व भी एक प्रवासी करेगा। उन्होंने ट्रंप को सीधे चुनौती देते हुए कहा कि शहर की समस्याओं का समाधान खुद करेंगे। ममदानी ने कहा कि वे खराब मकान मालिकों को जवाबदेह बनाएंगे और भ्रष्टाचार की संस्कृति को खत्म करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मजदूरों के अधिकार मजबूत होंगे और ट्रंप जैसे अरबपति इसके बावजूद अपनी ताकत नहीं दिखा पाएंगे।

हर समुदाय के लिए खड़े रहेंगे

ममदानी ने कहा कि न्यूयॉर्क सभी नागरिकों के लिए एक उदाहरण बनेगा। वे प्रवासी, ट्रांस समुदाय, अश्वेत महिलाओं और किराने का खर्च उठाने वाली अकेली माताओं के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने यहूदी समुदाय के प्रति भी समर्थन जताया और यहूद-विरोधी हिंसा के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया। ममदानी ने कहा कि शहर के 10 लाख से अधिक मुस्लिम नागरिक अब सत्ता के गलियारों से भी जुड़े होंगे और इस्लामोफोबिया के आधार पर कोई चुनाव नहीं जीत पाएगा।

आम लोगों का आभार और परिवार के लिए भावुक संदेश

अपने भाषण में ममदानी ने उन आम नागरिकों का धन्यवाद किया, जिन्हें शहर की राजनीति अक्सर भूल जाती है। उन्होंने यमनी दुकानदार, मैक्सिकन दादी, सेनेगली टैक्सी ड्राइवर, उज्बेक नर्स, त्रिनिदादी रसोइया और इथियोपियन आंटियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्कवासियों ने उम्मीद और साहस का चुनाव किया और असंभव को संभव बना दिया। मंच पर अपने माता-पिता और पत्नी के साथ खड़े ममदानी ने कहा कि उनके माता-पिता ने उन्हें वह इंसान बनाया जो वे आज हैं। उन्होंने पत्नी रमा दुवाजी के प्रति भी गहरा प्यार और आभार व्यक्त किया।

धूम मचाले पर खत्म हुआ भाषण

लगभग 25 मिनट लंबा यह भाषण फिल्म ‘धूम’ के गाने ‘धूम मचाले’ पर खत्म हुआ। ममदानी ने कहा कि अब राजनीति जनता के हाथ में होगी और वह किसी के प्रभाव में नहीं आएंगे। यह भाषण न केवल उनकी जीत का जश्न था, बल्कि न्यूयॉर्क की नई राजनीति और बदलाव के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक भी माना जा रहा है।

अगर खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर ज़रूर करें!
0Shares
Scroll to Top