🕒 Published 1 month ago (7:54 AM)
पिछले तीन साल से ज्यादा समय से जारी रूस-यूक्रेन में आज नए सिरे से शांति वार्ता शुरू होने जा रही है. ये वार्ता तुर्की में होनी है, वार्ता से पहले तुर्की में रूस-यूक्रेन यूक्रेन शांति वार्ता में शामिल होने वाले क्रेमलिन के प्रतिमंडल की सूची में रूसी राष्ट्रपति VLADIMIR PUTIN का नाम शामिल नहीं है। शांति वार्ता में भाग लेने वाले प्रतिमंडल का नेतृत्व रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की करेंगे।
अशांत क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के नवीनतम कदम पर संदेह
तो क्या इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुतिन शांति वार्ता में शामिल नहीं होंगे। क्या जिससे अशांत क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के नवीनतम कदम पर संदेह पैदा हो गया है । बता दें कि श्री पुतिन ने रविवार को इस्तांबुल में यूक्रेन के साथ सीधी बातचीत का प्रस्ताव रखा, “बिना किसी पूर्व शर्त के।” हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि मॉस्को की ओर से कौन इसमें भाग लेगा और उनके प्रवक्ता शुरू में इस मामले पर और अधिक जानकारी देने में असमर्थ रहे।
पुतिन आएंगे तो मैं आऊंगाः जेलेंस्की
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस सप्ताह के शुरू में यूक्रेन से वार्ता में शामिल होने का आग्रह किया था और श्री ज़ेलेंस्की ने तुरंत कहा था कि वह वहां होंगे, केवल तभी जब श्री PUTIN वहां आएंगे। इस प्रकार एक कूटनीतिक गतिरोध की स्थिति उत्पन्न हो गई।
शांति प्रक्रिया में वास्तविक प्रगति की संभावना कम
PUTIN की अनुपस्थिति से इस वार्ता की गंभीरता और प्रभावशीलता पर सवाल खड़े हो सकते हैं। ज़ेलेंस्की की संभावित अनुपस्थिति के चलते यह वार्ता बिना दोनों शीर्ष नेताओं के केवल औपचारिकता बन सकती है, जिससे शांति प्रक्रिया में वास्तविक प्रगति की संभावना कम हो सकती है।
कूटनीतिक गतिरोध की आशंका
यह स्थिति एक कूटनीतिक गतिरोध (deadlock) की ओर इशारा करती है, क्योंकि जब तक दोनों नेता आमने-सामने नहीं बैठते, तब तक ठोस समाधान निकल पाना कठिन है।