191 देशों में गूंजा ‘ओम’… 11 हजार नौसैनिकों ने PM मोदी के साथ किया योग

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By Hindustan Uday

🕒 Published 1 month ago (8:42 AM)

आज 21 जून को 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस देश-विदेश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस वर्ष का विशेष आयोजन ‘योग संगम‘ के तहत आयोजित हुआ, जिसमें सुबह 6:30 से 7:45 बजे तक देशभर के एक लाख से अधिक स्थानों पर सामूहिक योग सत्र आयोजित किए गए।

इस बार योग दिवस का आयोजन न केवल भारत तक सीमित रहा, बल्कि 191 देशों में भी योग के कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिससे यह एक वैश्विक जन आंदोलन का रूप ले चुका है।

विशाखापट्टनम से योग का संदेश, पीएम मोदी का संबोधन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से योग दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम का नेतृत्व किया। तटीय शहर के आरके बीच पर आयोजित भव्य समारोह में भारतीय नौसेना के 11 हजार से अधिक जवानों और उनके परिवारों ने भाग लिया। नौसेना के जहाजों पर भी योगाभ्यास किया गया, जो समुद्र के साथ एक दिव्य समन्वय को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “संयुक्त राष्ट्र में जब भारत ने 21 जून को योग दिवस घोषित करने का प्रस्ताव रखा था, तब 175 से ज्यादा देशों का समर्थन मिला। यह एक ऐतिहासिक वैश्विक एकता थी।”

उन्होंने आगे कहा कि योग आज दुनिया के करोड़ों लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है। दिव्यांग जन योगशास्त्र पढ़ रहे हैं, वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग कर रहे हैं – ये सभी योग की विविधता और व्यावहारिकता का प्रमाण हैं।

पीएम मोदी का संदेश: ‘मैं से हम’ की यात्रा है योग

मोदी ने कहा, “जब व्यक्ति अपने हित से ऊपर उठकर समाज की सोचता है, तभी मानवता का कल्याण होता है। योग इसी सोच की प्रेरणा है, जो सेवा, समर्पण और सह-अस्तित्व का संदेश देता है।”

वर्तमान वैश्विक हालात में योग को शांति और स्थिरता का मार्गदर्शक बताते हुए उन्होंने इसके विस्तार को सांस्कृतिक कर्तव्य बताया।

पैंगोंग त्सो पर ITBP का योग प्रदर्शन

इस अवसर पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने भी अद्वितीय स्थानों पर योग कर मिसाल पेश की। ITBP के जवानों ने 14,100-14,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित पैंगोंग त्सो झील के तट पर योगाभ्यास किया। 24वीं और 54वीं बटालियन के हिमवीरों ने योग के जरिए न केवल अनुशासन बल्कि स्वास्थ्य और आंतरिक शक्ति का संदेश दिया।

ITBP ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा: “54वीं बटालियन ने योग दिवस 2025 की प्रस्तावना के रूप में उत्साहपूर्वक योग सत्र का आयोजन किया, जिससे स्वास्थ्य और अनुशासन की भावना और मजबूत हुई।”

 

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