यशोदा जयंती हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण की पालक माता यशोदा के सम्मान में मनाया जाता है। यह पर्व फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन माता यशोदा की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति आती है और समस्त कष्टों का निवारण होता है। इस वर्ष यशोदा जयंती 18 फरवरी 2025 को मनाई जा रही है। आइए जानते हैं इस दिन के शुभ मुहूर्त, पंचांग और पूजा विधि के बारे में।
यशोदा जयंती 2025 का पंचांग और शुभ मुहूर्त
- तिथि: फाल्गुन कृष्ण षष्ठी (18 फरवरी 2025)
- वार: मंगलवार
- सूर्योदय: सुबह 06:57 बजे
- सूर्यास्त: शाम 06:13 बजे
- चंद्रोदय: सुबह 11:26 बजे
- चंद्रास्त: सुबह 09:49 बजे
- ऋतु: शिशिर
- नक्षत्र: विशाखा
- योग: शुभ योग का निर्माण

शुभ मुहूर्त (Today Shubh Muhurat)
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:15 से 06:06 तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02:28 से 03:13 तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:11 से 06:37 तक
- निशिता मुहूर्त: रात 12:09 से 01:00 तक
अशुभ समय (अशुभ योग और राहुकाल)
- राहुकाल: दोपहर 03:24 से 04:49 तक
- गुलिक काल: दोपहर 12:35 से 02:00 तक
- दिशा शूल: उत्तर दिशा
यशोदा जयंती का महत्व
यशोदा माता को हिंदू धर्म में महान मातृत्व का प्रतीक माना जाता है। वे भगवान श्रीकृष्ण की पालक माता थीं और उनके प्रेम और स्नेह के कारण यह पर्व विशेष रूप से मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन माता यशोदा की आराधना करने से संतान सुख, परिवार में सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। इस दिन विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए शुभ होता है जो संतान प्राप्ति की इच्छा रखती हैं।
यशोदा जयंती पर पूजा विधि
1. प्रातः स्नान करें:
- इस दिन प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- घर के मंदिर को गंगाजल से शुद्ध करें।
2. माता यशोदा और श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित करें:
- पूजा स्थल पर माता यशोदा और श्रीकृष्ण की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
3, पूजन सामग्री तैयार करें:
- फूल, धूप, दीप, नैवेद्य, पंचामृत, फल, मिठाई और तुलसी पत्र।
4. मंत्र जाप करें:
- “ॐ कृष्णाय नमः” का जाप करें।
- हरे कृष्ण मंत्र: “हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।”
5. यशोदा माता की कथा का पाठ करें:
- इस दिन माता यशोदा की कथा का श्रवण करना अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है।
6. आरती करें:
- पूजा के बाद भगवान श्रीकृष्ण और माता यशोदा की आरती करें।
7. भोग लगाएं:
- भगवान को माखन-मिश्री, फल, और मिठाइयों का भोग अर्पित करें।
8. व्रत और दान करें:
- इस दिन व्रत रखने और जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

यशोदा जयंती पर बन रहे विशेष शुभ-अशुभ योग
1. शुभ योग:
- इस दिन विजय मुहूर्त और ब्रह्म मुहूर्त अत्यंत शुभ माने जा रहे हैं।
- गोधूलि बेला में की गई पूजा अत्यंत फलदायी होगी।
2. अशुभ योग:
- राहुकाल और गुलिक काल में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
- उत्तर दिशा में यात्रा करना वर्जित है।
यशोदा जयंती पर विशेष उपाय
- संतान सुख के लिए:
- माता यशोदा के चरणों में दूध और चावल चढ़ाएं।
2. सुख-शांति के लिए:
- घर के मंदिर में श्रीकृष्ण की बांसुरी रखकर पूजा करें।
3. धन वृद्धि के लिए:
- इस दिन तुलसी के पौधे में दीपक जलाएं और श्रीकृष्ण को पीले वस्त्र अर्पित करें।
यशोदा जयंती 2025 एक अत्यंत शुभ पर्व है, जो भक्तों के लिए माता यशोदा और भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अपनी भक्ति दिखाने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है। इस दिन सही मुहूर्त में पूजा-अर्चना और व्रत रखने से जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। माता यशोदा की कृपा से सभी भक्तों का जीवन मंगलमय हो।
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