Russia Ukraine War
Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की द्वारा रूस के अंदर 4000 किलोमीटर तक ड्रोनों की घुसपैठ कराकर उसके 5 एयरबेस को कथित तौर पर तबाह किए जाने के बाद, मॉस्को के बड़े पलटवार का खतरा बढ़ गया है। रूस के पास ‘RS-28 सरमत’ और ‘शैतान-2’ (SS-18 Satan II) जैसी दुनिया की महाविनाशकारी मिसाइलें हैं, जिनसे हमला हुआ तो तबाही का मंजर नजर आ सकता है, जिसकी चपेट में एक शहर ही नहीं, बल्कि पूरा ग्रह आ सकता है।
यूक्रेन द्वारा रूस के एयरबेस पर किए गए अब तक के सबसे बड़े ड्रोन हमले ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को बुरी तरह बौखला दिया है। रूस अब यूक्रेन पर महाविनाशकारी जवाबी हमले की तैयारी में है, जिसमें उसकी सबसे घातक मिसाइलों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
पश्चिमी देशों ने रूस की सतान-2 मिसाइल को उसकी विनाशकारी क्षमता के कारण ‘शैतान-2’ नाम दिया है। यह एक इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जो अपने साथ एक बार में 10 से 16 न्यूक्लियर वारहेड (MIRV) लेकर जा सकती है। इसे दुनिया में तबाही का दूसरा नाम कहा जाता है। रूस ने हाल ही में इसी सतान-2 को अपग्रेड किया है, जिसका अपडेटेड नाम ‘आरएस-28 सरमत’ है। सरमत की रेंज 18,000 किलोमीटर तक बताई जाती है, जिससे यह लगभग पूरी दुनिया को निशाना बना सकती है। यह मिसाइल एक साथ कई शहरों का नामोनिशान मिटाने की क्षमता रखती है।
रूस के 5 बड़े एयरबेस पर यूक्रेन के ड्रोन हमले ने इन न्यूक्लियर मिसाइलों के इस्तेमाल का खतरा बढ़ा दिया है। यदि रूस ने पलटवार में यूक्रेन पर इस तरह की मिसाइलों का उपयोग किया, तो प्रलय से बचना मुश्किल हो सकता है, और यह मानव सभ्यताओं के वजूद को मिटा सकती है।
यह भी पढ़े: IndiGo Flight Turbulence: रायपुर-दिल्ली इंडिगो फ्लाइट हवा में फंसी टर्बुलेंस में, यात्रियों में दहशत, सुरक्षित लैंडिंग से मिली राहत
रूस के पास कई अत्याधुनिक और विनाशकारी हथियार प्रणालियाँ हैं, जिनमें शामिल हैं:
बैलिस्टिक मिसाइलें:
क्रूज मिसाइलें (Cruise Missiles):
परमाणु हथियार (Nuclear Weapons): रूस के पास स्ट्रैटेजिक और टैक्टिकल दोनों तरह के परमाणु हथियार हैं, जो उसे युद्ध में भारी दबाव बनाने की क्षमता देते हैं, हालांकि इनका इस्तेमाल वैश्विक सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील है।
हाइपरसोनिक मिसाइलें (Hypersonic Missiles):
सैन्य विमान और ड्रोन: रूस के पास सुखोई-57, सुखोई-35 जैसे उच्च क्षमता वाले लड़ाकू विमान हैं, साथ ही टोही और हमला दोनों के लिए इस्तेमाल होने वाले ड्रोन भी हैं।
भारी तोपखाना और मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS): रूस के पास टोसा-एम, बैरिज-एसएम-एक्सएनयूएमएक्स जैसे सिस्टम हैं, जो एक साथ बड़ी संख्या में रॉकेट दाग सकते हैं और सैनिक ठिकानों व बंकरों को तबाह करने में सक्षम हैं।
यूक्रेन के हमले के बाद, वैश्विक स्तर पर स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है, क्योंकि रूस का अगला कदम युद्ध के पूरे परिदृश्य को बदल सकता है।
चंडीगढ़। हरियाणा के परिवहन एवं ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने राज्य में हो रही बिजली…
Gangajal Vastu Tips : गंगाजल भारतीय संस्कृति और आस्था का एक गहरा प्रतीक है। यह…
Israel-Iran War: मध्य पूर्व में हालात बेहद तनावपूर्ण हो चुके हैं। शुक्रवार की रात ईरान…
Kedarnath Helicopter Crash: केदारनाथ धाम के करीब गौरीकुंड में रविवार सुबह एक बड़ा और दुखद…
अहमदाबाद। Ahmedabad Plane Crash Update: एअर इंडिया के विमान हादसे में अब तक 270 शव…
Horoscope of 15 June 2025 : पंचांग 15 जून 2025 आज का दिन: रविवार (सूर्य…