🕒 Published 4 weeks ago (5:58 PM)
गुरुग्राम, मानेसर: Mayor Crying for Safety, गुरुग्राम के मानेसर नगर निगम की पहली महिला मेयर डॉ. इंद्रजीत कौर यादव का सोमवार का दिन आंसुओं और सवालों से भरा था। अपने ही गांव हयातपुर में हुई पंचायत में उन्होंने जब अपनी आपबीती साझा की, तो वहां मौजूद हर आंख नम हो गई। भावुक होते हुए उन्होंने कहा — “क्या अपने ही देश में एक जनप्रतिनिधि को ऐसे अपमानित और डराया जाएगा?” पंचायत में डॉ. इंद्रजीत कौर ने कहा कि पुलिस उनके घर बार-बार दबिश दे रही है, मानो कोई बड़ा अपराधी वहां छिपा हो। “जब असली आरोपी आज भी बाहर घूम रहा है, तो मेरे परिवार को क्यों परेशान किया जा रहा है?” मेयर ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के एक मंत्री राव नरबीर राजनीतिक द्वेष के चलते यह सब करवा रहे हैं।
डर के साए में जी रहे छोटे-छोटे बच्चे,Mayor Crying for Safety
मेयर इंद्रजीत कौर ने पुलिस और प्रशासन पर प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति राकेश यादव को झूठे मुकदमें में फंसाया जा रहा है। उनकी आंखों से आंसू तब नहीं रुके जब उन्होंने कहा — “मेरे छोटे-छोटे बच्चे घर में डरे-सहमे बैठे हैं। दो दिन से पुलिस घर के चारों ओर पहरा लगाए हुए है।” उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वो रोते हुए अपनी पीड़ा बयान कर रही हैं। उन्होंने टूटे हुए मन से कहा — “जनता ने मुझे चुना है, मैं जनता की आवाज हूं। लेकिन आज मुझे अपने ही देश में पराया महसूस हो रहा है। अगर मेरे साथ ऐसा किया जा सकता है, तो आम जनता का क्या होगा?”
क्या सत्ता और राजनीति में इंसानियत का कोई स्थान बचा है?
यह मामला तब शुरू हुआ जब वार्ड 16 के पार्षद दयाराम के चचेरे भाई प्रदीप ने आरोप लगाया कि राकेश यादव ने उनके साथ मारपीट की, क्योंकि उन्होंने डिप्टी मेयर चुनाव में राकेश के पक्ष में वोट नहीं दिया। इस पर खेड़की दौला थाना पुलिस ने कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया। मेयर का दर्द सुनकर गांव के लोगों ने एकजुटता दिखाई और कहा कि वे उनके साथ हैं और इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इस पूरी घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है – क्या सत्ता और राजनीति में इंसानियत का कोई स्थान बचा है?