🕒 Published 4 weeks ago (3:49 PM)
नई दिल्ली/शिमला/देहरादून:देश के कई हिस्सों में मानसून ने पूरी तरह से असर दिखाना शुरू कर दिया है। दिल्ली-NCR में बुधवार को हुई तेज बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी और उमस से बड़ी राहत दी। लेकिन पहाड़ी राज्यों – हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड – में यही बारिश कहर बनकर टूटी है।
दिल्ली में राहत, पर ट्रैफिक और जलभराव की आशंका
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में अगले सात दिनों तक बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग के मुताबिक, 11 से 16 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। इस दौरान अधिकतम तापमान 30°C से 35°C और न्यूनतम 25°C से 29°C के बीच रहने की संभावना है।
बारिश के साथ मौसम तो सुहावना बना रहेगा, लेकिन जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और तबाही का खतरा
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। 11 से 16 जुलाई तक राज्य में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। कसोल, शिमला, मनाली, सोलन और सोलन जैसे इलाकों में मध्यम बारिश की संभावना है, जबकि धौलाकुआं और बिलासपुर जैसे क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
अब तक हिमाचल में:
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20 बादल फटने की घटनाएं
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91 मौतें, 34 लोग लापता
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130 से अधिक घायल
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207 सड़कें बंद, 132 ट्रांसफार्मर ठप
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840 से ज्यादा जल परियोजनाएं ठप
एनडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी और राज्य पुलिस की टीमें रेस्क्यू में जुटी हुई हैं। कई जगहों पर मलबा हटाने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है।
उत्तराखंड में भी हालात गंभीर
उत्तराखंड में भी भारी बारिश का दौर जारी है। देहरादून सहित कई जिलों में लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। गंगा, यमुना और उनकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ चुका है।
देहरादून में एक व्यक्ति नदी में बह गया, जबकि भूस्खलन से 179 सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं।
सावधानी के चलते देहरादून के सभी स्कूल (कक्षा 12 तक) गुरुवार को बंद रखे गए।
उत्तरकाशी जिले के ओजरी में 29 जून को आई आपदा के कारण ऋषिकेश-यमुनोत्री नेशनल हाईवे 11 दिनों तक बाधित रहा, जिसे अब बैली ब्रिज बनाकर फिर से चालू कर दिया गया है।