🕒 Published 2 months ago (1:02 PM)
नई दिल्ली: भारत में डिजिटल क्रांति को नई उड़ान मिलने वाली है । इस उड़ान का सपना साकार करेगी भारतीय टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया और सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड नेटवर्क प्रोवाइडर AST। दोनों टेलीकॉम ने मिलकर काम करने का फैसला किया। इस सहयोग का मकसद देश के उन कोनों तक मोबाइल नेटवर्क पहुंचाना है, जहां आज भी कनेक्टिविटी एक सपना है। दोनों कंपनियां मिलकर Direct-to-Device (D2D) सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क भारत में शुरू करेंगी, जो सीधे मोबाइल फोन को सैटेलाइट से कनेक्ट करेगा। बिना किसी अतिरिक्त डिवाइस, ऐप या सॉफ्टवेयर के।
क्या है D2D सैटेलाइट इंटरनेट?
भारत में भले ही 4G और 5G नेटवर्क तेजी से फैल रहे हैं, लेकिन कुछ जगह ऐसी भी है जहां मोबाइल टावर लगाना बहुत मुश्किल है । लेकिन D2D की खाशियत यह है कि टेक्नोलॉजी के जरिए सैटेलाइट सीधे मोबाइल डिवाइस से जुड़ता है, जिससे गांवों और दुर्गम क्षेत्रों में भी वॉइस कॉल, वीडियो कॉल, डेटा स्ट्रीमिंग और इंटरनेट सेवाएं मिल सकेंगी। Vi ने बताया कि यह तकनीक न सिर्फ गांवों तक इंटरनेट पहुंचाएगी, बल्कि Digital India मिशन को भी मजबूती देगी। AST SpaceMobile इस प्रोजेक्ट में सैटेलाइट्स की डिजाइनिंग, निर्माण और संचालन की जिम्मेदारी संभालेगी, जबकि Vi स्पेक्ट्रम, जमीनी नेटवर्क और मार्केटिंग को मैनेज करेगा।
Elon Musk की Starlink से अलग
यह सेवा Elon Musk की Starlink से इस मायने में अलग होगी कि इसे इस्तेमाल करने के लिए उपभोक्ताओं को किसी खास डिवाइस की जरूरत नहीं होगी। यह सीधे मौजूदा स्मार्टफोन को सैटेलाइट से जोड़ देगा। इससे देश के 1.1 अरब मोबाइल यूजर्स को फायदा मिलेगा।