स्टार्टअप्स के लिए सरकार की नई ‘विजन 2025’ योजना

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By Ankit Kumar

भारत में स्टार्टअप्स की संख्या लगातार बढ़ रही है, और सरकार नवाचार को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएँ ला रही है। इसी दिशा में, सरकार ने ‘विजन 2025’ योजना की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता, तकनीकी संसाधन, और नीति समर्थन प्रदान करना है। यह योजना स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त बनाने और भारत को वैश्विक नवाचार केंद्र में परिवर्तित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

‘विजन 2025’ योजना का उद्देश्य

सरकार की ‘विजन 2025’ योजना का मुख्य उद्देश्य स्टार्टअप्स को आवश्यक संसाधनों से सशक्त बनाना और उन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग बनाना है। इस योजना के तहत:

  • स्टार्टअप्स को आसान फंडिंग उपलब्ध कराई जाएगी।
  • नवाचार और अनुसंधान को प्रोत्साहित किया जाएगा।
  • स्टार्टअप्स के लिए एक बेहतर कारोबारी वातावरण तैयार किया जाएगा।
  • वैश्विक बाजार में भारतीय स्टार्टअप्स की प्रतिस्पर्धा बढ़ाई जाएगी।

 

योजना के तहत प्रमुख सुविधाएँ

‘विजन 2025’ योजना के अंतर्गत सरकार विभिन्न स्तरों पर स्टार्टअप्स को समर्थन देने का प्रयास कर रही है। इनमें निम्नलिखित प्रमुख सुविधाएँ शामिल हैं:

1. वित्तीय सहायता

स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग सबसे बड़ी चुनौती होती है। इस योजना के तहत सरकार:

  • 10000 करोड़ रुपये का स्टार्टअप फंड लॉन्च कर रही है।
  • बैंकों और निजी निवेशकों के माध्यम से कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करेगी।
  • एंजेल इन्वेस्टर्स और वेंचर कैपिटलिस्ट को अधिक प्रोत्साहन देगी।

2. टेक्नोलॉजी और नवाचार को बढ़ावा

सरकार ‘विजन 2025’ के तहत स्टार्टअप्स को नवीनतम टेक्नोलॉजी से लैस करने के लिए:

  • इनोवेशन हब और रिसर्च सेंटर स्थापित करेगी।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML) और ब्लॉकचेन जैसी नई तकनीकों में स्टार्टअप्स को प्रशिक्षण देगी।
  • यूनिवर्सिटीज और इंडस्ट्री के बीच सहयोग बढ़ाएगी।

3. स्टार्टअप्स के लिए बेहतर नीति ढांचा

‘विजन 2025’ के तहत:

  • लाइसेंस और कानूनी प्रक्रियाओं को आसान बनाया जाएगा।
  • सरकारी टेंडर में स्टार्टअप्स को प्राथमिकता मिलेगी।
  • टैक्स में छूट और अन्य प्रोत्साहन दिए जाएंगे।
4. अंतरराष्ट्रीय विस्तार में सहायता

सरकार चाहती है कि भारतीय स्टार्टअप्स सिर्फ घरेलू बाजार तक सीमित न रहें, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिस्पर्धा करें। इस योजना के तहत:

  • स्टार्टअप्स को विदेशी निवेशकों से जोड़ा जाएगा।
  • अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स और प्रदर्शनियों में भाग लेने के लिए सहायता दी जाएगी।
  • एक्सपोर्ट प्रमोशन और व्यापार समझौतों में स्टार्टअप्स को प्राथमिकता दी जाएगी।

 

‘विजन 2025’ योजना के लाभ

इस योजना से न केवल स्टार्टअप्स बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:

  1. नई नौकरियों का सृजन – स्टार्टअप्स के बढ़ने से रोजगार के नए अवसर बनेंगे।
  2. स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा – घरेलू उत्पादन और नवाचार को बल मिलेगा।
  3. आर्थिक विकास – GDP में स्टार्टअप्स की भूमिका बढ़ेगी।
  4. वैश्विक प्रतिस्पर्धा – भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होगा।
  5. टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता – भारत तकनीकी रूप से और सशक्त बनेगा।

योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया

स्टार्टअप्स ‘विजन 2025’ योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया को अपना सकते हैं:

  1. सरकार द्वारा लॉन्च किए गए पोर्टल पर पंजीकरण करें।
  2. आवश्यक दस्तावेज जमा करें, जैसे कि बिजनेस प्लान, कंपनी रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र, आदि।
  3. फंडिंग और सब्सिडी के लिए आवेदन करें।
  4. सरकार द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद योजना के तहत विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठाएं।

निष्कर्ष

‘विजन 2025’ योजना भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। यह न केवल नए व्यवसायों को प्रोत्साहन देगा, बल्कि भारत को एक वैश्विक स्टार्टअप हब के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा। यदि सही तरीके से लागू किया जाए, तो यह योजना भारत की अर्थव्यवस्था और नवाचार क्षमताओं को एक नए स्तर पर ले जा सकती है।

स्टार्टअप्स को चाहिए कि वे इस योजना का पूरा लाभ उठाएं और अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाएं। ‘विजन 2025’ न केवल एक सरकारी योजना है, बल्कि यह एक मिशन है जो भारत को आत्मनिर्भर और नवाचार का केंद्र बनाने के लिए तैयार किया गया है।

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