🕒 Published 1 month ago (8:23 AM)
Virat Kohli Retirement: क्रिकेट की दुनिया में आज एक युग का अंत हो गया। भारत के सबसे चहेते बल्लेबाज, ‘किंग कोहली’ कहे जाने वाले विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट के ज़रिए कोहली ने इस फैसले की जानकारी दी। कोहली का ये फैसला हर क्रिकेट प्रेमी के दिल को छू गया है। 14 साल के टेस्ट सफर में कोहली ने जो इतिहास रचा, वो हमेशा याद किया जाएगा। तो आइए जानते हैं, विराट कोहली के टेस्ट करियर की ये भावुक और गौरवशाली कहानी।
साल 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले विराट कोहली ने अपने करियर की पहली पारी में सिर्फ 4 रन और दूसरी में 15 रन बनाए थे। लेकिन उसके बाद उन्होंने जो शिखर छुआ, वो किसी सपने से कम नहीं था। कोहली ने 14 साल के टेस्ट करियर में 123 मैचों में 9,230 रन, 30 शतक और 31 अर्धशतक लगाए। हालांकि वो 10,000 रनों के आंकड़े तक नहीं पहुंच सके, जो फैन्स के लिए एक अधूरी ख्वाहिश बन गई।
टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहते हुए कोहली ने सोशल मीडिया पर लिखा, “टेस्ट क्रिकेट ने मुझे आकार दिया, मेरी परीक्षा ली और ऐसे सबक दिए जिन्हें मैं जिंदगी भर नहीं भूलूंगा। सफेद कपड़ों में खेलना एक निजी अनुभव है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। यह फैसला आसान नहीं था, लेकिन सही लगता है।”
कोहली ने आगे लिखा, “मैं इस खेल, इस मैदान और उन तमाम लोगों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने इस सफर में मेरा साथ दिया। मैं अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा।” इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर लाखों फैन्स इमोशनल हो गए और ‘Thank You King Kohli’ ट्रेंड करने लगा।
कोहली ने सिर्फ एक महान बल्लेबाज की तरह नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक लीडर की तरह टीम इंडिया को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशों में टेस्ट जीत दर्ज किए, ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचा और घरेलू मैदान पर एक भी सीरीज़ नहीं हारी।
हाल ही में खत्म हुई बॉर्डर-गावस्कर सीरीज़ में कोहली का प्रदर्शन फीका रहा था और तभी से उनके रिटायरमेंट की चर्चाएं ज़ोर पकड़ने लगी थीं। कुछ दिन पहले रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था और अब उनके बाद कोहली का यह फैसला भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक खालीपन छोड़ गया है।
तो विराट कोहली का टेस्ट करियर सिर्फ आंकड़ों की कहानी नहीं, बल्कि जुनून, समर्पण और जज्बे का वो अध्याय है, जिसने भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दी। भले ही उन्होंने सफेद कपड़ों को अलविदा कह दिया हो, लेकिन उनकी यादें, उनकी पारियां और उनके जज्बे की मिसाल हमेशा क्रिकेट प्रेमियों के दिल में ज़िंदा रहेगी। अब देखना ये होगा कि टेस्ट क्रिकेट में अगली विरासत कौन संभालता है और कौन बनता है नया किंग।