सिडनी:भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने एक बार फिर अपने शानदार फॉर्म का प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए तीसरे वनडे मैच में कोहली ने 74 रनों की नाबाद पारी खेलकर न सिर्फ भारत को 9 विकेट से जीत दिलाई, बल्कि महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का एक बड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
दो मैचों के ‘डक’ के बाद सिडनी में कोहली का तूफान
सीरीज के शुरुआती दो वनडे मुकाबलों में बिना खाता खोले आउट होने के बाद कोहली ने सिडनी वनडे में शानदार वापसी की।
उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा के साथ 168 रनों की अटूट साझेदारी कर टीम को लक्ष्य तक आसानी से पहुंचाया।
कोहली ने अपनी पारी में पुराने आक्रामक अंदाज़ की झलक दिखाई — क्लासिक कवर ड्राइव, शानदार टाइमिंग और दमदार स्ट्राइक रोटेशन ने दर्शकों को फिर से उनका ‘विंटेज कोहली’ दिखाया।
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सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड टूटा, कोहली बने लिमिटेड ओवर्स के बादशाह
इस मैच के साथ विराट कोहली ने इंटरनेशनल लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट (ODI + T20I) में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
सचिन तेंदुलकर के नाम 18,436 रन थे, जबकि कोहली अब इस आंकड़े को पार करते हुए 18,443 रन बना चुके हैं।
इस उपलब्धि के साथ कोहली अब लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में विश्व के नंबर-1 रन स्कोरर बन गए हैं।
संगकारा को भी पछाड़ा वनडे रन लिस्ट में
कोहली ने अपनी इस पारी के दम पर वनडे रन लिस्ट में भी एक और बड़ा मुकाम हासिल कर लिया।
अब वे 14,255 रन के साथ वनडे क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
उन्होंने श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा (14,234 रन) को पीछे छोड़ दिया है।
इस सूची में अब केवल सचिन तेंदुलकर (18,426 रन) उनसे आगे हैं।
रन-चेज के किंग बने विराट
वनडे क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए फिफ्टी प्लस स्कोर बनाने के मामले में भी कोहली ने तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
कोहली अब तक 70 बार रन-चेज के दौरान पचास से अधिक रन बना चुके हैं, जबकि सचिन ने 69 पारियां खेली थीं।
यह आंकड़ा इस बात का सबूत है कि लक्ष्य का पीछा करते हुए विराट अब भी टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज हैं।
क्रिकेट इतिहास में एक और स्वर्ण अध्याय
विराट कोहली की इस उपलब्धि ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह आधुनिक युग के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक हैं।
उनकी फिटनेस, एकाग्रता और निरंतरता उन्हें हर फॉर्मेट में खास बनाती है।
सिडनी की यह पारी भारतीय क्रिकेट इतिहास में यादगार पलों में से एक बन चुकी है।



