🕒 Published 1 day ago (12:48 PM)
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में रविवार को एक बेहद दुखद और बड़ा सड़क हादसा सामने आया। इटियाथोक थाना क्षेत्र के बेलवा बहुता मजरा रेहरा गांव के पास एक बोलेरो गाड़ी अनियंत्रित होकर सरयू नहर में जा गिरी। हादसे में बोलेरो में सवार 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 9 एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं।
मंदिर दर्शन के लिए निकले थे श्रद्धालु
जानकारी के अनुसार, सभी श्रद्धालु मोतीगंज थाना क्षेत्र के सीहागांव गांव से बोलेरो में सवार होकर खरगूपुर स्थित प्रसिद्ध पृथ्वी नाथ मंदिर में जल अर्पित करने जा रहे थे। यह यात्रा श्रद्धा से भरी थी, लेकिन बेलवा बहुता मजरा रेहरा गांव के पास जैसे ही गाड़ी पहुंची, चालक नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी सीधे सरयू नहर में जा गिरी।
बोलेरो में थे कुल 15 लोग
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बोलेरो गाड़ी में कुल 15 लोग सवार थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। हादसा इतना अचानक हुआ कि लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला। गाड़ी के पानी में गिरते ही राहगीरों और स्थानीय ग्रामीणों ने शोर मचाया और तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर शुरू किया बचाव कार्य
सूचना मिलते ही इटियाथोक थाना पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। बोलेरो में सवार 11 लोगों की डूबकर मौके पर ही मौत हो गई। वहीं चार गंभीर रूप से घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। मृतकों में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
गांव में पसरा मातम
इस दुर्घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। पीड़ित परिवारों में कोहराम मच गया है और गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि सरयू नहर के पास कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी, जिससे इस प्रकार की घटनाएं घटती हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों का तुरंत बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। साथ ही मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
प्रशासन मौके पर, हरसंभव मदद का आश्वासन
जैसे ही इस हादसे की सूचना जिला प्रशासन को मिली, अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। राहत और बचाव कार्य को तेजी से पूरा किया गया और प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया है।