यूपी में मौसम का कहर: आंधी, ओलावृष्टि और बारिश का अलर्ट जारी, 25 जिलों में तेज हवाओं का कहर
उत्तर प्रदेश में मौसम का बड़ा बदलाव, ऑरेंज अलर्ट जारी
उत्तर प्रदेश के मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिल रहा है। फरवरी का अंतिम दिन यूपी में जबरदस्त मौसमी बदलाव के साथ शुरू हुआ है। पूरे प्रदेश में आंधी, ओलावृष्टि, बारिश और तेज हवाओं का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और कहा जा रहा है कि यूपी के 25 से ज्यादा जिलों में बारिश और वज्रपात की संभावना बनी हुई है। इस स्थिति को देखते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। यूपी में मौसम का कहर पूरी तरह से छाया हुआ है और इससे जनजीवन पर गहरा असर पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में आज भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इस बीच, कई इलाकों में वज्रपात की भी संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण आने वाले दिनों में भी स्थिति बिगड़ सकती है।
आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से बढ़ी मुश्किलें
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 2 मार्च को एक और नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को प्रभावित करेगा। इससे यूपी में मौसम का कहर और भी गहरा सकता है। वाराणसी, मेरठ, बागपत, हापुड़, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, रामपुर समेत कई जिलों में आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, आने वाले 48 घंटों में तापमान में भारी गिरावट देखने को मिलेगी। अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है।
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि 2 मार्च से पहले ही मौसम में तेज बदलाव देखने को मिलेगा। पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के साथ-साथ तेज हवाओं का प्रकोप जारी रहेगा। इन हालातों में किसानों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि ओलावृष्टि और बारिश से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी खतरा बरकरार
केवल पश्चिमी यूपी ही नहीं, बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी यूपी में मौसम का कहर बना हुआ है। पूर्वी यूपी के जिलों में भी मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में तेज बारिश और वज्रपात की संभावनाएं जताई गई हैं। लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी जैसे बड़े शहरों में भी मौसम खराब रहने का अनुमान है।
लखनऊ स्थित अमौसी मौसम केंद्र ने बताया कि गुरुवार को अयोध्या में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि पूरे प्रदेश में सबसे कम था। इसके विपरीत, आगरा में सबसे अधिक तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट के साथ ही ठंडी हवाओं का असर बढ़ेगा।
फसलें हो सकती हैं प्रभावित
यूपी में यूपी में मौसम का कहर से न केवल आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि किसानों को भी इससे भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। खासकर जिन इलाकों में ओलावृष्टि हो रही है, वहां की फसलों को बड़ा नुकसान होने की संभावना है। गेहूं, सरसों, और सब्जी की फसलें आंधी और ओलावृष्टि के कारण प्रभावित हो सकती हैं। किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं।
मौसम विभाग ने किसानों को चेतावनी दी है कि वे फसलों को बचाने के लिए मचान, शेड या किसी अन्य उपाय का उपयोग करें। इसके अलावा, पशुधन को भी सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी गई है। बारिश और वज्रपात से जानवरों को भी खतरा हो सकता है।
क्या करें, क्या न करें
इस मौसम में लोगों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है। यूपी में मौसम का कहर को देखते हुए घर के अंदर रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। तेज हवाओं और बारिश के बीच खुले में रहने से बचना चाहिए, खासकर उन इलाकों में जहां बिजली गिरने की संभावना हो। वज्रपात से बचने के लिए पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें और बिजली के उपकरणों का कम से कम इस्तेमाल करें।
यदि बाहर जाना अनिवार्य हो, तो सुरक्षित स्थानों पर रहें और वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, क्योंकि तेज हवाओं और बारिश के कारण सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों में भी बरकरार रहेगा कहर
यूपी में मौसम का कहर केवल मैदानी इलाकों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हिमालयी क्षेत्र में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तराखंड के कई हिस्सों में भी बर्फबारी और बारिश की संभावना बनी हुई है। पर्यटकों को हिल स्टेशन जाने से बचने की सलाह दी जा रही है, खासकर ऐसे समय में जब तेज हवाओं और बर्फबारी का खतरा हो सकता है।
वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को मौसम की स्थिति को देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और सड़क अवरोध जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे जनजीवन पर बुरा असर पड़ेगा।
यूपी में मौसम का कहर: अगले 48 घंटे कैसे रहेंगे?
मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 48 घंटे यूपी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इस दौरान तेज हवाओं, आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के साथ ही वज्रपात का खतरा बना रहेगा। ऐसे में लोगों को सचेत रहने की आवश्यकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यूपी में मौसम का कहर अभी थमने वाला नहीं है। आने वाले दिनों में भी मौसमी घटनाएं जारी रहेंगी, जिससे तापमान में भारी गिरावट और ठंड बढ़ने की संभावना है। खासकर 2 मार्च के बाद से एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में मौसम का यह अप्रत्याशित परिवर्तन न केवल जनजीवन पर प्रभाव डाल रहा है, बल्कि किसानों और पर्यटन क्षेत्रों को भी भारी नुकसान पहुंचा सकता है। यूपी में मौसम का कहर को देखते हुए सभी को सावधान रहने और मौसम विभाग की सलाहों का पालन करने की आवश्यकता है।
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