लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर 24 घंटे की मैराथन चर्चा पूरी हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके प्रमुख अखिलेश यादव के ‘PDA’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले पर तीखा हमला करते हुए स्वामी विवेकानंद की ‘कुएं का मेंढक’ कहानी सुनाई।
सपा पर सीएम की आलोचना
योगी ने कहा कि कुछ लोग कुएं के मेंढक की तरह होते हैं, जो बाहर की दुनिया नहीं देख सकते। उन्होंने सपा के PDA फॉर्मूले की तुलना इसी संकुचित दृष्टिकोण से की और इसे केवल परिवार तक सीमित बताया। योगी ने PDA को व्यंग्य में ‘फैमिली डेवलपमेंट अथॉरिटी’ कहा, जिससे सदन में हलचल मची।
विपक्ष के आरोपों का जवाब
सरकारी स्कूलों के बंद होने और कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए योगी ने सपा के शासन में बच्चों की मौतें और भाई-भतीजावाद जैसी विफलताओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने योजनाओं को बिना भेदभाव लागू किया और कानून का राज स्थापित किया।
यूपी की आर्थिक प्रगति
योगी ने बताया कि यूपी का देश की GDP में योगदान 8% से बढ़कर 9.5% हो गया है और निर्यात ₹84,000 करोड़ से बढ़कर ₹1.86 लाख करोड़ हो गया। उन्होंने कहा कि यूपी ने भारत को विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सीएम पोषण मिशन की घोषणा
सीएम योगी ने बच्चों के पोषण सुधार के लिए ₹100 करोड़ की योजना के तहत आंगनवाड़ी, बाल वाटिका और प्राथमिक स्कूलों में स्थानीय मिलेट से बने पौष्टिक भोजन देने की घोषणा की।
सियासी प्रतिक्रिया
सपा विधायकों ने ‘कुएं का मेंढक’ वाले बयान को अपमानजनक बताया और कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए व्यक्तिगत हमले कर रही है। सपा नेता रफीक अंसारी ने कहा कि शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर जवाब देने के बजाय सीएम कहानियां सुना रहे हैं।
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