आज के समय में हर इंसान मेहनत करता है—कोई ऑफिस जाता है, कोई दुकान संभालता है, कोई बिज़नेस करता है, तो कोई छोटा-मोटा काम कर के घर चलाता है। लेकिन एक सवाल सबके मन में अक्सर आता है—“इतनी मेहनत के बाद भी पैसा टिकता क्यों नहीं?”
अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो इसका कारण सिर्फ मेहनत की कमी नहीं, बल्कि घर का वास्तु दोष भी हो सकता है। खासतौर पर अगर आपके घर की दक्षिण-पूर्व (South-East) दिशा में कोई गड़बड़ी है, तो धन रुकता नहीं, बार-बार खर्च होता है या अटक जाता है।
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दक्षिण-पूर्व दिशा क्यों होती है खास?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण-पूर्व दिशा को अग्नि कोण कहा गया है। यह दिशा ऊर्जा, जोश और आर्थिक प्रवाह से जुड़ी होती है। यदि यहां वास्तु दोष हो या असंतुलन हो जाए, तो उसकी सीधी मार आपकी फाइनेंशियल स्थिति पर पड़ती है।
इन गलतियों से रुक जाता है पैसा:
- दक्षिण-पूर्व दिशा में नीला या काला रंग करना
- यहां पानी से जुड़ी तस्वीरें लगाना (जैसे नदी, झरना, समंदर आदि)
- वेव पैटर्न वाले वॉलपेपर या डिज़ाइन
- ग्रे या डार्क ब्लू रंग की टाइल्स या सजावट
इन सभी चीज़ों से जल तत्व बढ़ता है, जिससे अग्नि तत्व कमजोर हो जाता है। जब अग्नि कमजोर होगी, तो आर्थिक ऊर्जा का प्रवाह भी धीमा पड़ जाएगा।
पैसा टिकाने के लिए करें ये आसान उपाय:
- लाल या नारंगी रंग का उपयोग करें—पर्दों, लाइट्स या सजावट में इन रंगों को प्राथमिकता दें।
- गैस चूल्हा, ओवन, बल्ब, मोमबत्ती जैसी अग्नि से जुड़ी चीज़ें इसी दिशा में रखें।
- जल तत्व से जुड़ी तस्वीरें या सजावट को तुरंत हटा दें।
- यदि इस दिशा में बाथरूम है, तो वहां तांबे का शो-पीस या सजावटी वस्तु रखें।
- हर सप्ताह एक दीपक इस दिशा में जलाएं—यह नकारात्मक ऊर्जा को हटाता है और धन का प्रवाह बनाए रखता है।
मेहनत रंग लाएगी जब दिशा होगी सही
हम सभी मेहनत करते हैं, लेकिन जब मेहनत का फल नहीं मिलता, तो निराशा होती है। वास्तु केवल आस्था नहीं, बल्कि ऊर्जा और दिशा का विज्ञान है। यदि आप अपने घर की साउथ-ईस्ट दिशा को वास्तु अनुसार सुधारते हैं, तो आपकी मेहनत का फल अवश्य मिलेगा।
ध्यान रखें—छोटा बदलाव, बड़ा असर। सही दिशा, सही रंग और सही ऊर्जा आपके जीवन में समृद्धि ला सकती है।
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