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यूएन स्पीच: इन 6 छोटे देशों के नेताओं ने क्या कहा, जो वायरल हो गया

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में कई देशों के नेताओं ने भाषण दिए। जबकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की स्पीच सुर्खियों में रही, कुछ छोटे देशों की स्पीच को भी यूएन के यूट्यूब पेज पर खूब देखा गया।


थाईलैंड

थाईलैंड के विदेश मंत्री सिहसाक फुआंगकेटकाओ की स्पीच को 1.91 लाख लोगों ने देखा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध, गाजा संकट और जलवायु परिवर्तन का असर आम लोगों पर पड़ रहा है। उन्होंने महिला भागीदारी, वैश्विक सहयोग और कंबोडिया सीमा विवाद के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया।


इंडोनेशिया

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने 1.73 लाख दर्शकों के सामने भाषण दिया। उन्होंने वैश्विक शांति, न्याय और समान अवसर की अपील की। साथ ही कहा कि इंडोनेशिया गाजा और फिलिस्तीन में शांति स्थापित करने के लिए 20,000 से अधिक युवाओं को भेजने के लिए तैयार है।


केन्या

केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो की स्पीच को 1.38 लाख लोगों ने देखा। उन्होंने गाजा और सूडान में शांति, IMF और विश्व बैंक सुधार, यूएन सुरक्षा परिषद में अफ्रीका के लिए स्थायी सीट और वैश्विक असमानताओं पर जोर दिया।


नाइजीरिया

नाइजीरिया के उपराष्ट्रपति काशिम शेट्टीमा ने 1.27 लाख लोगों को संबोधित किया। उन्होंने सुरक्षा परिषद में नाइजीरिया को स्थायी सीट देने की मांग की। साथ ही डिजिटल खाई कम करने और गाजा-फिलिस्तीन मुद्दे पर दो-राष्ट्र समाधान की आवश्यकता पर बल दिया।


साउथ कोरिया

साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग की 20 मिनट की स्पीच को 1.15 लाख लोगों ने देखा। उन्होंने कहा कि वे नॉर्थ कोरिया के साथ सैन्य तनाव कम करने के लिए काम कर रहे हैं।


कोलंबिया

कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो उर्रेगो ने शांति, मानवाधिकार, न्याय और ड्रग तस्करी विरोधी नीतियों पर जोर दिया। उन्होंने फिलिस्तीन में जनसंहार रोकने और बहुपक्षवाद के महत्व पर भी चर्चा की।


उठाए गए मुख्य मुद्दे

इन सभी भाषणों में वैश्विक शांति, सुरक्षा, विकास और मानवाधिकार मुख्य विषय रहे। नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध, फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष, सूडान की स्थिति, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, सैन्य तनाव कम करने, परमाणु हथियार, सुरक्षा परिषद सुधार, बहुपक्षीय सुरक्षा उपाय, जलवायु परिवर्तन, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर बात की।

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