🕒 Published 1 month ago (8:56 PM)
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर सुर्खियों में हैं, इस बार वजह है उनका शांति का नोबेल पुरस्कार पाने की तमन्ना और इसे न मिलने को लेकर जताई गई नाराजगी। सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट में ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने दुनिया भर में कई संघर्षों को रोका है, फिर भी उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार नहीं मिलेगा।
अपने पोस्ट में ट्रंप ने खास तौर पर भारत और पाकिस्तान का उल्लेख करते हुए कहा, “भारत और पाकिस्तान की जंग रुकवाने के बावजूद मुझे नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा।” ट्रंप ने कहा कि चाहे वह कुछ भी कर लें, उन्हें यह पुरस्कार कभी नहीं मिलेगा। इस पोस्ट में उन्होंने छह बार “नोबेल शांति पुरस्कार” का उल्लेख किया।
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने रवांडा और कॉन्गो के बीच की संधि, सर्बिया और कोसोवो में संघर्ष विराम, मिस्र और इथियोपिया के बीच तनाव, मिडिल ईस्ट में शांति प्रयास, रूस-यूक्रेन युद्ध, और इजरायल-ईरान संघर्ष जैसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर काम किया है। उन्होंने कहा कि इन सभी प्रयासों के बावजूद उनकी उपेक्षा की गई।
हालांकि, भारत सरकार ने इससे इतर रुख अपनाया है। भारत ने कई मौकों पर यह स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के साथ सीजफायर समझौता किसी तीसरे देश की मध्यस्थता के बिना, सीधे द्विपक्षीय संवाद और पाकिस्तान के आग्रह पर किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही अमेरिका की मध्यस्थता से इनकार कर चुके हैं।