रंगारेड्डी: तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में सोमवार सुबह एक भयानक सड़क दुर्घटना ने पूरे इलाके को शोक में डाल दिया. चेवेल्ला मंडल के खानापुर स्टेज के पास बजरी (गिट्टी) से भरे ट्रक और तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (RTC) की बस के बीच आमने-सामने की टक्कर में 17 लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य गंभीर रूप से घायल हैं. हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टक्कर के बाद ट्रक में लदी बजरी बस पर जा गिरी, जिससे कई यात्री अंदर ही दब गए.
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तेज रफ्तार बनी मौत की वजह
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों वाहन तेज रफ्तार में थे और मोड़ पर आते ही चालक नियंत्रण खो बैठे. देखते ही देखते दोनों में इतनी जोरदार टक्कर हुई कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से पिचक गया. ट्रक का अगला हिस्सा भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई. स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और फंसे यात्रियों को निकालने की कोशिश की.
बस में फंसे यात्री मदद के लिए पुकारते रहे
घटनास्थल से मिले वीडियो और चश्मदीदों के अनुसार, टक्कर के बाद बस में बैठे यात्री बुरी तरह फंस गए थे. कई लोग सीटों और लोहे के ढांचे के बीच दबे हुए थे. आसपास के ग्रामीणों ने पुलिस और बचाव दल को सूचना दी. इसके बाद मौके पर राहत अभियान शुरू हुआ. जेसीबी और क्रेन की मदद से बस के हिस्सों को काटकर अंदर फंसे लोगों को निकाला गया.
घायलों की हालत नाजुक, अस्पतालों में भर्ती
घायलों को तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया. अधिकारियों के मुताबिक, कई घायलों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. डॉक्टरों की टीम लगातार उनका इलाज कर रही है. जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को तुरंत सहायता पहुंचाने के निर्देश जारी किए हैं.
अब तक 17 लोगों की मौत की पुष्टि
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अब तक 17 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि आठ अन्य गंभीर रूप से घायल हैं. बचाव अभियान अभी भी जारी है. अधिकारियों ने कहा कि हादसे के सटीक कारणों की जांच की जा रही है, लेकिन प्रारंभिक जांच में ओवरस्पीडिंग को मुख्य वजह माना जा रहा है. बस तंदूर डिपो से रवाना हुई थी और चेवेल्ला की ओर जा रही थी.
प्रशासन ने शुरू किया राहत और बचाव अभियान
हादसे के बाद चेवेल्ला-तंदूर मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया. प्रशासन ने क्रेन और भारी मशीनरी की मदद से सड़क पर बिखरे मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया. बस और ट्रक दोनों को सड़क किनारे हटाने के लिए कई घंटे तक राहत कार्य चला. इस दौरान सड़क पर लंबा जाम लग गया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यातायात को अन्य मार्गों पर डायवर्ट किया.
मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान की जा रही है और उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा करने की बात कही है. मुख्यमंत्री ने भी इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया और घायलों के इलाज के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए.
प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाई दर्दनाक कहानी
स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के बाद बस के अंदर का नजारा बेहद भयावह था. कई यात्री अपने परिजनों को पुकार रहे थे. सड़क पर खून और टूटे हुए वाहन के हिस्से बिखरे हुए थे. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया.
ओवरस्पीडिंग बनी मौत का कारण
पुलिस का मानना है कि दोनों वाहन तेज रफ्तार में चल रहे थे और मोड़ पर आते ही नियंत्रण खो बैठे. ट्रक में बजरी भरी होने की वजह से उसका वजन काफी था, जिससे टक्कर के बाद पूरी लोड बस पर जा गिरी. बस का अगला हिस्सा पूरी तरह कुचल गया. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर वाहनों की स्पीड कम होती तो यह बड़ा हादसा टल सकता था.
इलाके में मातम का माहौल
इस हादसे ने पूरे रंगारेड्डी जिले में मातम का माहौल बना दिया है. अस्पतालों में परिजनों की भीड़ लगी हुई है, जो अपने परिजनों की जानकारी लेने पहुंच रहे हैं. प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है.
यह दर्दनाक हादसा एक बार फिर याद दिलाता है कि सड़क सुरक्षा और ओवरस्पीडिंग पर सख्त नियंत्रण की कितनी जरूरत है. कुछ ही क्षणों की लापरवाही ने 17 जिंदगियां निगल लीं और कई परिवारों को अपूरणीय क्षति पहुंचाई.
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