🕒 Published 2 months ago (6:45 PM)
चंडीगढ़ – हरियाणा में तंबाकू का सेवन लगातार कैंसर के मामलों में वृद्धि का प्रमुख कारण बनता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2024 में राज्य में कैंसर के 30,475 नए मरीज दर्ज किए गए, जिनमें से करीब 30 फीसदी मरीज तंबाकू सेवन करने वाले थे। वर्ष 2023 में यह संख्या 29,437 थी। मुंह और फेफड़ों के कैंसर के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं।
तंबाकू सेवन में हुक्का बना बड़ा कारक
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार राज्य में 29.1 प्रतिशत पुरुष और 2.5 प्रतिशत महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं। हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में हुक्का न केवल तंबाकू सेवन का जरिया है, बल्कि सामाजिक परंपरा का हिस्सा भी माना जाता है। चौपालों से लेकर हुक्का बार तक इसकी लोकप्रियता बनी हुई है, हालांकि सरकार ने हुक्का बार पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।
सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर कार्रवाई तेज
तंबाकू निषेध अभियान के तहत सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों पर सख्त कार्रवाई की है। COTPA 2003 कानून के तहत धूम्रपान पर ₹10 से ₹200 तक का जुर्माना लगाया जाता है। वर्ष 2023-24 में ऐसे मामलों में रिकॉर्ड 12,446 चालान काटे गए, जबकि 2024-25 में अब तक 8081 लोगों पर जुर्माना लगाया जा चुका है।
वित्तीय वर्षों में काटे गए चालानों का आंकड़ा:
- 2015-16: 3,772
- 2016-17: 3,879
- 2017-18: 3,017
- 2018-19: 3,528
- 2019-20: 3,643
- 2020-21: 1,486
- 2021-22: 4,964
- 2022-23: 9,301
- 2023-24: 12,446
- 2024-25 (अब तक): 8,081
लत छुड़ाने के लिए खुल रहे तंबाकू मुक्ति केंद्र
राज्य सरकार ने जिला अस्पतालों में तंबाकू मुक्ति केंद्र स्थापित किए हैं, जहां पर नशा छोड़ने की चाह रखने वाले मरीज इलाज करा सकते हैं। इन केंद्रों में आने वाले मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है:
- 2021-22: 1,259
- 2022-23: 2,757
- 2023-24: 11,700
- 2024-25 (अब तक): 19,729
सरकार ने सभी सात सरकारी मेडिकल कॉलेजों में भी ऐसे केंद्र शुरू किए हैं और अब इन्हें प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में भी स्थापित किया जाएगा।
कॉलेज परिसरों को बनाया जा रहा तंबाकू मुक्त
हरियाणा के 388 कॉलेज और यूनिवर्सिटियों में से 188 को अब तक तंबाकू मुक्त घोषित किया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि वर्ष 2025 के अंत तक शेष 200 संस्थानों को भी तंबाकू मुक्त किया जाए। अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल के अनुसार, चंडीगढ़ की तर्ज पर कॉलेज परिसरों में धूम्रपान करने पर जुर्माना लगाने की योजना बनाई जा रही है। इसके साथ ही कॉलेज परिसरों में धूम्रपान करते पकड़े जाने पर छात्रों के निष्कासन जैसे सख्त कदमों पर भी विचार हो रहा है।
सरकार का फोकस: युवाओं को तंबाकू से बचाना
स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों से लेकर कॉलेजों और ग्रामीण इलाकों तक तंबाकू के खिलाफ अभियान तेज किया है। सरकार का स्पष्ट कहना है कि युवाओं को इस आदत से बचाना प्राथमिकता है, क्योंकि यही समूह सबसे अधिक जोखिम में है।