🕒 Published 1 week ago (9:08 AM)
Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर में पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। इस बार यात्रा के दौरान पहली बार जैमर (संचार बाधित करने वाले उपकरण) लगाए जाएंगे, जिनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) को सौंपी गई है। यात्रा मार्ग के दोनों रास्तों और नेशनल हाईवे से जुड़ी सभी सड़कों को काफिले के गुजरने के दौरान बंद कर दिया जाएगा, साथ ही सुरक्षाबल यात्रियों को एस्कॉर्ट भी करेंगे।
यात्रा अवधि घटाकर 38 दिन, 58,000 सुरक्षाकर्मी तैनात
इस साल अमरनाथ यात्रा की अवधि भी कम कर दी गई है। यह यात्रा 3 जुलाई से 9 अगस्त तक केवल 38 दिन चलेगी, जो अब तक की सबसे छोटी अवधि है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए 581 कंपनियों (58,000 जवानों) को तैनात किया जाएगा, जिनमें CRPF, BSF, ITBP, CISF और SSB जैसे केंद्रीय बल शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें से 156 कंपनियां पहले से ही जम्मू-कश्मीर में मौजूद हैं, जबकि 425 नई कंपनियों को 10 जून तक तैनात कर दिया जाएगा।
9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगी यात्रा
अमरनाथ यात्रा का समापन 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन छड़ी मुबारक के साथ होगा। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने हर संभव तैयारी कर ली है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।