🕒 Published 5 days ago (10:22 AM)
नई दिल्ली:
देश के सैन्य इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाने वाले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर आज (28 जुलाई, 2025) लोकसभा में खास बहस होने जा रही है। यह बहस दोपहर 12 बजे से शुरू होगी, जिसमें पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने पक्ष को रखते हुए सरकार का रुख स्पष्ट करेंगे। ऑपरेशन से जुड़ी सभी अहम दस्तावेज संसद में पेश किए जाएंगे, ताकि सभी तथ्य और जानकारी सामने आ सकें।
16 घंटे तक चलेगी बहस
सूत्रों के मुताबिक, इस बहस की अवधि लगभग 16 घंटे रहने की संभावना है, और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की भी संभावना जताई जा रही है। प्रधानमंत्री इस बहस में ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति, सफलता और भारतीय सैन्य क्षमताओं के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
सरकार की तैयारियां और सेना प्रमुखों के साथ बैठकें
रक्षा मंत्री ने इस महत्वपूर्ण बहस से पहले CDS जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ कई दौर की रणनीतिक बैठकें की हैं। इन बैठकों के दौरान बहस के हर पहलू पर सरकार के जवाब की योजना तैयार की गई है।
विपक्ष की रणनीति
विपक्षी गठबंधन INDIA ने भी इस बहस को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है। आज विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई गई है, जिसमें सरकार से सवाल पूछने की एक संयुक्त रणनीति पर मंथन किया जाएगा। विपक्ष का मुख्य ध्यान ऑपरेशन सिंदूर की पारदर्शिता और इसकी जानकारी को लेकर सरकार से जवाब मांगने पर है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत 7 मई 2025 को हुई थी। यह अभियान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का प्रतिकार था। भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात त्वरित कार्रवाई करते हुए इस ऑपरेशन को महज 22 मिनट में पूरा किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया।
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सफल ऑपरेशन को ‘विजय उत्सव’ का नाम दिया और इसे भारत की स्वदेशी रक्षा तकनीक की बड़ी जीत बताया। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस ऑपरेशन की पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं और सरकार से अधिक जानकारी की मांग की है।
यह बहस आज लोकसभा में एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हो सकती है, जहां देश की सुरक्षा से जुड़ी रणनीतियों पर गहरी चर्चा की जाएगी।