इस्लामाबाद: पाकिस्तान में सोमवार को फिर एक बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.6 मापी गई। भूकंप पश्चिमी पाकिस्तान में दोपहर के समय आया, जिससे लोग डर के मारे घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।
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तेज झटकों से दहशत, जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं
हालांकि, अभी तक किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना सामने नहीं आई है, लेकिन झटकों के कारण इलाके में भय और तनाव का माहौल बन गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर था, लेकिन इसका एपिसेंटर (उपकेंद्र) आबादी वाले इलाकों के करीब होने के कारण झटके स्पष्ट रूप से महसूस किए गए।
4.6 की तीव्रता – मध्यम लेकिन खतरनाक
विशेषज्ञों के अनुसार, 4.6 तीव्रता का भूकंप मध्यम श्रेणी में आता है, लेकिन अगर यह घनी आबादी वाले क्षेत्रों में आता है तो संभावित नुकसान की आशंका बनी रहती है। इससे पहले भी पिछले सोमवार को पाकिस्तान में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे आफ्टरशॉक्स (Aftershocks) की आशंका जताई गई थी।
लगातार भूकंप: प्राकृतिक संकेत या चेतावनी?
पाकिस्तान में लगातार आ रहे भूकंप के झटकों ने जनता को डरा दिया है। कई लोग इसे कुदरत की चेतावनी मान रहे हैं, तो कुछ इसे आसमान और धरती पर चल रहे संघर्षों से जोड़कर देख रहे हैं। भारत-पाक संबंधों में बढ़ती तल्खी और भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद तनाव और अधिक बढ़ा है। अब भारत जल, जमीन और आसमान—तीनों मोर्चों पर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति अपना चुका है।
क्या होता है भूकंप का केंद्र (Hypocenter) और उपकेंद्र (Epicenter)?
भूकंप उस समय आता है जब धरती के अंदर स्थित टेक्टोनिक प्लेट्स आपस में टकराती हैं या खिसकती हैं। इससे जो ऊर्जा निकलती है, वही भूकंप का कारण बनती है।
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Hypocenter (केंद्र): धरती के अंदर वह बिंदु जहां से ऊर्जा निकलती है।
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Epicenter (उपकेंद्र): धरती की सतह पर वह बिंदु जो सीधे केंद्र के ऊपर होता है और जहां झटके सबसे अधिक महसूस होते हैं।


