Terrorist Killed in Kishtwar: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में दो आतंकवादी ढेर, दो हफ्तों में सुरक्षाबलों ने आठ दहशतगर्दों को किया ढेर

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By Rita Sharma

🕒 Published 3 weeks ago (10:29 AM)

Terrorist Killed in Kishtwar: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के सिंघपोरा छत्रू जंगल क्षेत्र में गुरुवार सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। यह मुठभेड़ तड़के करीब 7 बजे उस वक्त शुरू हुई, जब सेना की 11 राष्ट्रीय राइफल्स, 2 पैरा स्पेशल फोर्स, 7वीं असम राइफल्स और किश्तवाड़ एसओजी की संयुक्त टीम ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया।

जंगल में छिपे थे आतंकी, गोलीबारी के बाद शुरू हुई मुठभेड़

जैसे ही सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान तेज किया, छिपे हुए आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इलाके में अभी भी तीन से चार आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है, जिनमें से एक की पहचान कुख्यात आतंकी सैफुल्लाह के रूप में की गई है। पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया है और अतिरिक्त बल तैनात कर दिए गए हैं ताकि कोई भी आतंकी फरार न हो सके।

एक हफ्ते पहले पुलवामा में मारे गए थे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी

इस मुठभेड़ से ठीक एक सप्ताह पहले, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल के नादिर गांव में सुरक्षाबलों ने तीन जैश-ए-मोहम्मद आतंकियों को ढेर किया था। मारे गए आतंकियों की पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई थी, जो सभी पुलवामा के निवासी थे।

शोपियां में भी हुई थी मुठभेड़, लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकी मारे गए

13 अप्रैल को शोपियां जिले के जिनपथर केलर इलाके में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। इनमें से दो आतंकियों की पहचान शाहिद कुट्टे और अदनान शफी के रूप में की गई थी।

आतंकियों पर बढ़ा दबाव, प्रशासन ने तेज की कार्रवाई

22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई, के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लगातार चल रहे इन अभियानों के चलते पिछले दो हफ्तों में कुल 8 आतंकियों को मार गिराया गया है।

इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए आतंकियों और उनके सहयोगियों की संपत्तियों को जब्त और ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। यह कदम आतंकवाद के नेटवर्क को तोड़ने और युवाओं को आतंक की राह पर जाने से रोकने के लिए उठाया गया है।

सुरक्षा बलों की इन ताबड़तोड़ कार्रवाइयों से यह स्पष्ट संकेत मिला है कि आतंकवाद के खिलाफ अब घाटी में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। लगातार चल रहे ऑपरेशनों ने न सिर्फ आतंकियों की कमर तोड़ी है, बल्कि जनता में भी सुरक्षा और विश्वास का माहौल पैदा किया है। अब घाटी आतंकवाद मुक्त भविष्य की ओर बढ़ती नजर आ रही है।

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