🕒 Published 4 months ago (8:32 AM)
दिल्ली के सीलमपुर इलाके में बीती रात हुई युवक की निर्मम हत्या के बाद तनावपूर्ण माहौल बन गया है। मृतक की पहचान कुणाल के रूप में हुई है, जिसकी चाकू मारकर हत्या कर दी गई। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि हत्या मुस्लिम समुदाय के 4-5 युवकों ने मिलकर की है। घटना के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया है और लोगों ने अपने घरों के बाहर ‘हिंदू पलायन’, ‘यह मकान बिकाऊ है’, ‘योगी जी मदद करो’ और ‘रेखा गुप्ता जी मदद करो’ जैसे पोस्टर चिपका दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, कुणाल गांधी नगर में एक कपड़ों की दुकान पर काम करता था। वारदात वाली रात वह अपनी दादी को अस्पताल ले जाकर लौट रहा था और दूध लेने निकला था। तभी घर से कुछ ही दूरी पर उसे चाकू मार दिया गया।
कुणाल की मां ने बताया कि उनके बेटे का किसी से कोई विवाद नहीं था, न ही उसकी किसी से दुश्मनी थी। उन्होंने दावा किया कि कुणाल को सिर्फ इसलिए मारा गया क्योंकि वह गिहारा समाज से ताल्लुक रखता था और गिहारा समाज के कुछ लड़कों ने नवंबर महीने में सोहेल नाम के युवक से झगड़ा किया था। उस झगड़े में कुणाल शामिल नहीं था, लेकिन बदले की भावना में उसकी हत्या कर दी गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले छह से सात वर्षों में इलाके में छह हत्याएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस हर बार प्रभावशाली आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतराती है। लोगों का आरोप है कि आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है—उनके बीच पार्षद और विधायक जैसे लोग शामिल हैं।
घटना के विरोध में इलाके में नारेबाजी हो रही है और गिहारा समाज के लोग भी पीड़ित परिवार के समर्थन में एकत्र हुए हैं। ‘कुणाल के हत्यारों को फांसी दो’ जैसे नारे लगाए जा रहे हैं।
स्थानीय लोग अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और दिल्ली सरकार व प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।