बेगूसराय। Begusarai News: बिहार के बेगूसराय जिले के सूजा गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां स्व. हीराबेन के नाम पर मंदिर बनाया जा रहा है। यहां महादलित समुदाय की आराध्य देवी ‘कामा माई’ की मूर्ति स्थापित होगी और इस मंदिर को अब ‘हीराबेन मंदिर’ के नाम से जाना जाएगा। ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर गांव के दो मंजिला सामुदायिक भवन की छत पर इस मंदिर का निर्माण कराया है। मंदिर का उद्घाटन जल्द किया जाएगा और ग्रामीण चाहते हैं कि राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान इस समारोह में शामिल हों।

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क्यों रखा गया मंदिर का नाम हीराबेन के नाम पर?
ग्रामीणों का कहना है कि हाल ही में दरभंगा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की रैली के दौरान प्रधानमंत्री की मां के लिए अपशब्द कहे गए थे, जिससे बिहार की बदनामी हुई। इसे लेकर राज्य में विरोध-प्रदर्शन और बिहार बंद भी हुआ। स्थानीय लोग इसे प्रायश्चित मानते हुए मंदिर का नाम हीराबेन के नाम पर रखने के लिए सहमत हुए। पूर्व सांसद राकेश सिन्हा के सुझाव पर यह निर्णय लिया गया और 24 घंटे के भीतर ही पूरे गांव ने इसे मंजूरी दे दी। ग्रामीणों का मानना है कि इससे देश की हर मां को सम्मान मिलेगा।
सामुदायिक भवन और मंदिर का निर्माण
गांव में 16 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन का निर्माण 2023 में शुरू हुआ था। इसके बाद 24 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन की छत पर कामा माई मंदिर बनाया गया। इस भवन में दो बड़े कमरे हैं, जहां एक साथ करीब 200 लोग ठहर सकते हैं। इसका उद्देश्य महादलित समुदाय को शादियों और बड़े आयोजनों के लिए जगह उपलब्ध कराना था। अब इसी भवन पर बना मंदिर हीराबेन के नाम से लोगों के आस्था का केंद्र होगा।
कामा माई कौन हैं?
कामा माई महादलित समाज की पूजनीय देवी और शबरी माता की प्रतीक मानी जाती हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शादी, मुंडन या किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत कामा माई की पूजा से होती है। अब तक उनकी पूजा केवल पिंडी रूप में होती थी, लेकिन पहली बार मंदिर का निर्माण हुआ है।
राकेश सिन्हा का बयान
पूर्व सांसद राकेश सिन्हा ने कहा, “प्रधानमंत्री की मां को गाली देना भारत की हर मां का अपमान है। राजनीति को इतना नीचे ले जाने की प्रवृत्ति का जवाब इस भवन और मंदिर को हीराबेन के नाम समर्पित कर दिया गया है।” उन्होंने कहा कि महादलित समाज द्वारा उठाया गया यह कदम सामाजिक एकता और सम्मान का प्रतीक है।
IMA डॉक्टर का बयान
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के डॉक्टर संजय कुमार ने कहा कि इस नामकरण से देश की हर मां को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा, “अगर एक साधारण मां प्रधानमंत्री को जन्म दे सकती हैं तो गरीब घरों की मां भी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, कलेक्टर या एसपी को जन्म दे सकती हैं। यह नामकरण हर महिला को आत्मविश्वास और गौरव का एहसास दिलाएगा।”
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