🕒 Published 2 months ago (11:04 AM)
Tata Motors Share: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति का असर अब वैश्विक बाजारों में देखने को मिल रहा है। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिसमें टाटा मोटर्स को सबसे बड़ा नुकसान हुआ। बीएसई (BSE) पर टाटा मोटर्स का शेयर 11.61% की गिरावट के साथ 542.55 रुपये पर आ गया, जबकि एनएसई (NSE) पर यह 12.72% लुढ़ककर 535.75 रुपये तक पहुंच गया। इस गिरावट के साथ टाटा मोटर्स के शेयर ने 52 हफ्तों का निचला स्तर छू लिया।
ट्रम्प टैरिफ नीति का असर, टाटा मोटर्स के शेयर धड़ाम
टाटा मोटर्स की सहयोगी कंपनी Jaguar Land Rover (JLR) ने अमेरिका को गाड़ियों की शिपमेंट रोकने का फैसला किया है। यह कदम अमेरिका द्वारा इम्पोर्टेड लग्जरी गाड़ियों पर 25% टैरिफ लागू करने के बाद उठाया गया। इस खबर के सामने आने के बाद टाटा मोटर्स के शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। इससे टाटा समूह की कंपनियों को एक ही दिन में करीब 1.49 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
टाटा समूह की अन्य कंपनियों पर भी असर
टाटा समूह की प्रमुख कंपनियों को भी इस गिरावट से भारी नुकसान झेलना पड़ा। टाटा स्टील के शेयर एक ही दिन में 12% तक टूट गए। आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी टीसीएस (TCS) को भी करारा झटका लगा, जिससे उसका मार्केट कैप करीब 47,500 करोड़ रुपये घट गया। टाइटन कंपनी को 6,392 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जबकि टाटा पावर, इंडियन होटल्स, टाटा कंज्यूमर और ट्रेंट जैसी कंपनियों को भी भारी गिरावट का सामना करना पड़ा।
JLR ने अमेरिका को शिपमेंट क्यों रोकी?
JLR ने कहा है कि अमेरिका उसकी गाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है, लेकिन नए टैरिफ नियमों के चलते कंपनी को अपनी रणनीति फिर से बनानी पड़ रही है। इसी कारण अप्रैल महीने के लिए गाड़ियों की शिपमेंट को रोकने का फैसला लिया गया है। JLR का कहना है कि वह फिलहाल शॉर्ट-टर्म फैसलों पर ध्यान दे रही है, जिससे मिड और लॉन्ग-टर्म रणनीति को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके।
अमेरिका JLR के लिए कितना महत्वपूर्ण?
वित्त वर्ष 2024 में JLR ने 4 लाख से ज्यादा यूनिट्स बेची थीं, जिनमें से लगभग 23% केवल अमेरिकी बाजार में गईं। ये सभी वाहन यूके स्थित प्लांट्स से एक्सपोर्ट किए गए थे। लेकिन अब 3 अप्रैल से ट्रंप प्रशासन की नई 25% टैरिफ पॉलिसी लागू हो चुकी है, जिसका सीधा असर कंपनी के व्यापार पर पड़ रहा है।
वैश्विक बाजार में भी भारी गिरावट
ट्रम्प की नई टैरिफ नीति सिर्फ टाटा मोटर्स तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसका प्रभाव पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। चीन ने भी इस फैसले का जवाब देते हुए कड़े कदम उठाए हैं, जिससे व्यापार युद्ध (Trade War) की आशंका और बढ़ गई है। इसी वजह से सोमवार को एशियाई और अमेरिकी शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट देखने को मिली, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा।
क्या आगे और गिरेगा शेयर बाजार?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अमेरिका और अन्य देशों के बीच व्यापारिक तनाव इसी तरह बढ़ता रहा तो आने वाले दिनों में शेयर बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है। निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की जरूरत है और किसी भी नए निवेश से पहले बाजार की स्थिति को अच्छे से समझने की सलाह दी जा रही है।