🕒 Published 2 months ago (9:19 AM)
डेस्क। जगदीशपुरा के बोदला क्षेत्र की घटना, पुलिस पर भी गंभीर सवाल
आगरा के जगदीशपुरा थाना क्षेत्र स्थित बोदला इलाके में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। एक नाबालिग को साइकिल चोरी के शक में पड़ोसियों ने न सिर्फ खंभे से बांध दिया, बल्कि उस पर बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं।
साइकिल पर बैठना बना आरोप की वजह
घटना शनिवार सुबह की है जब नाबालिग किशोर की मां ने उसे किसी बात को लेकर डांटा। इसके बाद वह घर से निकल कर सामने रखी एक साइकिल पर बैठ गया। पड़ोस में रहने वाले एक परिवार ने उस पर साइकिल चोरी की कोशिश का आरोप लगाते हुए पकड़ लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी।
बेल्ट, डंडों और टाइल्स से बेरहमी से पीटा
परिजनों ने किशोर को खंभे से बांधकर टाइल्स, बेल्ट और डंडों से बुरी तरह पीटा। यही नहीं, क्रूरता की हद पार करते हुए उन्होंने उसके नाजुक अंगों में मिर्च भी डाल दी। किशोर लगातार चिल्लाता रहा कि वह निर्दोष है, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी।
112 नंबर पर कॉल कर खुद ही बुला ली पुलिस
पिटाई करने वालों ने बाद में खुद ही पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची, मगर किशोर को मुक्त कराने के बाद उल्टा उसे ही थाने ले गई। हैरानी की बात ये रही कि पीड़ित पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।
वीडियो डिलीट कर धमकाया गया
किशोर के मैकेनिक दुकान संचालक दुर्गेश ने बताया कि जब वह रात में परिवार के साथ थाने पहुंचा, तो चौकी प्रभारी ने परिवार द्वारा बनाए गए वीडियो को जबरन डिलीट करवाया और किसी से कुछ न कहने की चेतावनी देकर किशोर को रात 11 बजे के आसपास घर भेज दिया गया।
रविवार को वायरल हुआ वीडियो
घटना का एक वीडियो रविवार को इंटरनेट पर सामने आया, जिसमें किशोर को खंभे से बंधे और तड़पते हुए देखा जा सकता है। वीडियो वायरल होते ही मामले ने तूल पकड़ लिया।
पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
किशोर के परिजनों का कहना है कि बेटे के साथ जो किया गया, वह बेहद अमानवीय था और पुलिस ने दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बजाय उन्हें ही चुप रहने की धमकी दी गई।
प्रशासन की सफाई
लोहामंडी एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि किशोर साइकिल चोरी का प्रयास कर रहा है। चूंकि वह नाबालिग था, इसलिए उसे परिजनों को सौंप दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि मामले में किसी पुलिसकर्मी की लापरवाही पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना सिर्फ एक बच्चे के साथ बर्बरता नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था और मानवीयता की एक कड़वी परीक्षा है। जांच के नतीजे क्या होंगे, यह आने वाला समय बताएगा।