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Kishtwar Encounter
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Kishtwar Encounter: किश्तवाड़ में आतंकियों से मुठभेड़ जारी, सेना का एक जवान शहीद, जैश कमांडर सैफुल्लाह के छिपे होने की आशंका

Kishtwar Encounter: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच बीते 24 घंटे से अधिक समय से मुठभेड़ जारी है। इस ऑपरेशन में सेना का एक जवान शहीद हो गया है। आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और जंगलों में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। ऊंचे पहाड़ी इलाके में छिपे हैं आतंकी जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब साढ़े छह बजे किश्तवाड़ के जंगलों में मुठभेड़ की शुरुआत हुई थी। आतंकियों ने ऊंचाई वाले इलाके में छिपकर गोलीबारी शुरू की, जिसका सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। सेना, स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ इस संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं। जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर हो सकता है शामिल सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ स्थल के पास जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकियों की मौजूदगी की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस ऑपरेशन में जैश का टॉप कमांडर सैफुल्लाह भी शामिल हो सकता है, जो अनंतनाग, किश्तवाड़ और डोडा में कई आतंकी हमलों में संलिप्त रहा है। उस पर सरकार ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। इलाके में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला है कि जंगल में दो से तीन आतंकी अब भी छिपे हुए हैं। सेना लगातार ऑपरेशन को आगे बढ़ा रही है और आतंकियों को घेरने के प्रयास जारी हैं। हालात को देखते हुए आसपास के इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। हाल के दिनों में सक्रिय हुए आतंकी गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में आतंकियों की गतिविधियों में तेजी देखी गई है। सेना ने हाल ही में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े छह आतंकियों को मार गिराया है। सुरक्षा एजेंसियां घाटी में आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए लगातार ऑपरेशन चला रही हैं। शहीद जवान को देश का सलाम इस मुठभेड़ में देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले जवान को श्रद्धांजलि दी जा रही है। सेना का कहना है कि आतंकियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और ऑपरेशन को तब तक जारी रखा जाएगा जब तक इलाके को पूरी तरह से आतंक मुक्त नहीं कर दिया जाता।

Terrorist Killed in Kishtwar
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Terrorist Killed in Kishtwar: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में दो आतंकवादी ढेर, दो हफ्तों में सुरक्षाबलों ने आठ दहशतगर्दों को किया ढेर

Terrorist Killed in Kishtwar: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के सिंघपोरा छत्रू जंगल क्षेत्र में गुरुवार सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। यह मुठभेड़ तड़के करीब 7 बजे उस वक्त शुरू हुई, जब सेना की 11 राष्ट्रीय राइफल्स, 2 पैरा स्पेशल फोर्स, 7वीं असम राइफल्स और किश्तवाड़ एसओजी की संयुक्त टीम ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया। जंगल में छिपे थे आतंकी, गोलीबारी के बाद शुरू हुई मुठभेड़ जैसे ही सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान तेज किया, छिपे हुए आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इलाके में अभी भी तीन से चार आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है, जिनमें से एक की पहचान कुख्यात आतंकी सैफुल्लाह के रूप में की गई है। पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया है और अतिरिक्त बल तैनात कर दिए गए हैं ताकि कोई भी आतंकी फरार न हो सके। एक हफ्ते पहले पुलवामा में मारे गए थे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी इस मुठभेड़ से ठीक एक सप्ताह पहले, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल के नादिर गांव में सुरक्षाबलों ने तीन जैश-ए-मोहम्मद आतंकियों को ढेर किया था। मारे गए आतंकियों की पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई थी, जो सभी पुलवामा के निवासी थे। शोपियां में भी हुई थी मुठभेड़, लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकी मारे गए 13 अप्रैल को शोपियां जिले के जिनपथर केलर इलाके में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। इनमें से दो आतंकियों की पहचान शाहिद कुट्टे और अदनान शफी के रूप में की गई थी। आतंकियों पर बढ़ा दबाव, प्रशासन ने तेज की कार्रवाई 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई, के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लगातार चल रहे इन अभियानों के चलते पिछले दो हफ्तों में कुल 8 आतंकियों को मार गिराया गया है। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए आतंकियों और उनके सहयोगियों की संपत्तियों को जब्त और ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। यह कदम आतंकवाद के नेटवर्क को तोड़ने और युवाओं को आतंक की राह पर जाने से रोकने के लिए उठाया गया है। सुरक्षा बलों की इन ताबड़तोड़ कार्रवाइयों से यह स्पष्ट संकेत मिला है कि आतंकवाद के खिलाफ अब घाटी में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। लगातार चल रहे ऑपरेशनों ने न सिर्फ आतंकियों की कमर तोड़ी है, बल्कि जनता में भी सुरक्षा और विश्वास का माहौल पैदा किया है। अब घाटी आतंकवाद मुक्त भविष्य की ओर बढ़ती नजर आ रही है।

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