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Jammu and Kashmir: LoC पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम, दो आतंकी ढेर

जम्मू-कश्मीर में एक तरफ बारिश और भूस्खलन ने लोगों की मुश्किलें बढ़ाई हुई हैं, वहीं आतंकी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे। गुरुवार को बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में सुरक्षा बलों ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकियों को ढेर कर दिया। संयुक्त अभियान से मिली सफलता सेना की श्रीनगर स्थित चिनार कोर के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस से संभावित घुसपैठ की जानकारी मिली थी। इसके बाद सेना और पुलिस ने गुरेज सेक्टर में संयुक्त अभियान चलाया। अलर्ट सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और आतंकियों को चुनौती दी। आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू की, जिसका सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए। सेना का कहना है कि इलाके में और भी आतंकी छिपे हो सकते हैं, इसलिए ऑपरेशन अभी जारी है। कुपवाड़ा में शहादत जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में ड्यूटी के दौरान सेना का एक जवान शहीद हो गया। चिनार कोर ने जानकारी दी कि हवलदार इकबाल अली ने ऑपरेशन ड्यूटी के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया।सेना ने कहा – “उनका साहस और समर्पण हमेशा हमें प्रेरित करता रहेगा।” “हम शहीद के परिवार के साथ खड़े हैं और उनकी भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

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Operation Mahadev: पहलगाम हमले के आतंकियों की पाकिस्तानी पहचान उजागर

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मामले में सुरक्षा एजेंसियों को अहम सफलता मिली है। हाल ही में श्रीनगर के लिदवास इलाके में मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकियों की पहचान पाकिस्तानी नागरिकों के रूप में हुई है। इनमें से एक लाहौर और दूसरा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) का निवासी था, जबकि तीसरे की नागरिकता की पुष्टि प्रक्रियाधीन है। सूत्रों की मानें, तो आतंकियों के पास से पाकिस्तानी पहचान पत्र और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा प्रशिक्षण सामग्री भी बरामद हुआ है। प्रारंभिक जांच से यह भी सामने आया है कि ये तीनों आतंकी पिछले तीन महीनों से भारत में छिपे हुए थे और लश्कर-ए-तैयबा के सक्रिय सदस्य थे। ‘ऑपरेशन महादेव’ बना आतंकियों का काल22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी। हमले के बाद देश भर में भारी आक्रोश फैला था। इस घटना की जांच में सुरक्षा एजेंसियों ने जो कार्रवाई की, वह ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत हुई थी। इसी ऑपरेशन में लिदवास क्षेत्र में तीन आतंकियों को ढेर किया गया। गृह मंत्री अमित शाह खुद इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे। उन्होंने वैज्ञानिकों और फोरेंसिक अधिकारियों के साथ पूरी रात फोन और वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में रहकर जांच पर नजर रखी। चंडीगढ़ फोरेंसिक लैब से जैसे ही पुष्टि हुई, उन्होंने लोकसभा में बयान देते हुए कहा, “इन हथियारों से ही पहलगाम में हमला हुआ था, इसमें अब कोई संदेह नहीं है।” फोरेंसिक रिपोर्ट से कैसे हुआ खुलासा?मुठभेड़ के बाद तीनों आतंकियों के पास से एम9 पिस्टल और दो AK-47 रायफलें मिली थीं। इन हथियारों को विशेष विमान से श्रीनगर से चंडीगढ़ भेजा गया। अहमदाबाद से एक विशेष मशीन मंगाई गई, जिससे बुलेट केसिंग का मिलान किया गया। चंडीगढ़ लैब की रिपोर्ट के अनुसार, बैसरन घाटी से बरामद बुलेट खोल 99% इन हथियारों से मेल खा रहे थे। इसका सीधा मतलब था कि ये आतंकी वही हैं जिन्होंने पहलगाम में हमला किया। आतंकियों की पहचान कैसे हुई?सुरक्षा एजेंसियों ने कुछ स्थानीय सहयोगियों को पहले ही हिरासत में ले रखा था। उन्हें लिदवास लाकर शवों की पहचान करवाई गई। आतंकियों के नाम सामने आए — सुलेमान, अफगानी और जिबरान। इनमें से एक लाहौर से, दूसरा PoK से और तीसरे की भी पाकिस्तान से जुड़ाव की पुष्टि हुई है। उनके पास से मिले ट्रेनिंग वीडियो ने भी लश्कर से संबंध की पुष्टि कर दी। आतंकियों के पलायन को कैसे रोका गया?हमले के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर पहुंचकर अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोई भी आतंकी सीमा पार न कर सके। इसके लिए करीब 8 किलोमीटर लंबा वह रूट चिन्हित किया गया जिससे आतंकी पाकिस्तान भाग सकते थे। सभी संभावित सुरंगों को बंद कर दिया गया। आतंकियों ने तीन महीनों तक भारत में छिपकर रहना तो सफल किया, लेकिन सुरक्षा घेरे के चलते न तो हमला कर सके और न ही वापस लौट पाए।

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भारत-पाक तनाव के बीच शहबाज शरीफ का बड़ा बयान: परमाणु हमले की आशंका पर क्या बोले पाक पीएम?

नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने देश के परमाणु कार्यक्रम को लेकर एक अहम टिप्पणी की है, जिसने भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के माहौल में नई चर्चा छेड़ दी है। शनिवार को इस्लामाबाद में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बयान दिया। परमाणु कार्यक्रम सिर्फ आत्मरक्षा के लिए – शरीफपाक पीएम ने साफ किया कि पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से आत्मरक्षा और शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। जब उनसे परमाणु हमले की तैयारी से जुड़ा सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उनका देश किसी पर हमला करने के लिए नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए परमाणु शक्ति रखता है। उन्होंने कहा, “हमारा कार्यक्रम निवारक है, आक्रामक नहीं।” भारत के साथ चार दिन चले सैन्य संघर्ष का जिक्रशरीफ ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए चार दिन लंबे सैन्य संघर्ष को याद करते हुए कहा कि उस दौरान पाकिस्तान के 55 नागरिक मारे गए थे। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के हमलों का पाकिस्तान ने भी पूरी ताकत से जवाब दिया। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान युद्ध नहीं, शांति चाहता है। पहलगाम हमला और भारत की सैन्य कार्रवाईभारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के जवाब में 6 मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ के आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी, जिनमें अधिकतर हिंदू श्रद्धालु थे। हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हमलाभारत सरकार ने इस आतंकी हमले को सीधा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद बताया। इसके जवाब में भारतीय वायुसेना ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल हवाई हमले किए। इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया था, जो उन महिलाओं के सम्मान में था जिनके पतियों की हत्या पहलगाम में कर दी गई थी। पाकिस्तान का इनकार, भारत का स्पष्ट संदेशइस हमले के बाद भारत ने स्पष्ट किया कि वह आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। वहीं पाकिस्तान ने एक बार फिर आतंकी संगठनों से किसी भी तरह के संबंधों से इनकार किया। हालांकि भारत के जवाबी हमले ने यह संदेश जरूर दे दिया कि अब वह हर हमले का सटीक और निर्णायक जवाब देगा।

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PM Modi Address Tonight: ऑपरेशन सिंदूर पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, LOC पर शांति लेकिन सेना तैयार

नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिनों की तनातनी के बाद सीजफायर की घोषणा के बीच आज रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी अहम जानकारी साझा करेंगे, जो भारत की ओर से पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों पर की गई बड़ी कार्रवाई थी। क्या था ऑपरेशन सिंदूर? 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई से ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की। इस दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया। सेना की इस सर्जिकल रणनीति को लेकर देशभर में सराहना हो रही है। LOC पर शांति लेकिन सेना अलर्ट पर शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा हुई, जिसके बाद LOC पर तनाव में कमी आई है। लेकिन सेना ने साफ किया है कि अगले मिशन के लिए पूरी तरह तैयार हैं। रविवार को हुई DGMO की बैठक के बाद आज तीनों सेनाओं के DGMO ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यदि पाकिस्तान ने फिर से सीजफायर का उल्लंघन किया, तो भारतीय सेना को जवाबी कार्रवाई की खुली छूट दी गई है। PM मोदी लगातार ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे पहलगाम हमले के बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी इस पूरे घटनाक्रम पर नजदीकी नजर बनाए हुए थे। वह लगातार CDS, NSA और तीनों सेना प्रमुखों से बैठक कर रहे थे। ऑपरेशन सिंदूर के हर पहलू पर पीएम खुद निगरानी रख रहे थे। अब वह खुद देश को इस अभियान की प्रगति और परिणामों के बारे में जानकारी देंगे।

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