🕒 Published 1 week ago (5:04 PM)
नई दिल्ली, 28 मई 2025 — मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कोर्ट ने इस मामले के राजनीतिकरण को लेकर चिंता जताई और स्पष्ट कहा कि न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश न की जाए। सप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हाईकोर्ट में चल रही समानांतर सुनवाई पर भी रोक लगा दी है । कोर्ट ने कहा कि एक ही मामले में एक साथ कई मंचों पर सुनवाई की जरूरत नहीं है और इससे जांच में बाधा आ सकती है।
SIT जांच आगे बढ़ाने की अनुमति
Supreme Court के जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा, “यह मामला अब भी जांच के शुरुआती चरण में है, ऐसे में इस पर राजनीति करना उचित नहीं है।” कोर्ट ने मामले में चल रही SIT जांच को आगे बढ़ाने की अनुमति दी और जांच के लिए और समय देने का फैसला किया है। सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि SIT ने घटनास्थल का दौरा किया है, मोबाइल और वीडियो सबूतों को जब्त किया गया है। Supreme Court ने मंत्री विजय शाह को फिलहाल गिरफ्तारी से अंतरिम जमानत जारी रखने का आदेश दिया है ।
SIT ने सौंपी सीलबंद रिपोर्ट
इस मामले में Supreme Court द्वारा गठित SIT ने अपनी जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में कोर्ट को सौंप दी है। SIT की अगुवाई सागर जोन के DIG प्रमोद वर्मा कर रहे हैं, जबकि SSB के DIG कल्याण चक्रवर्ती और डिंडोरी की पुलिस अधीक्षक वाहिनी सिंह टीम के सदस्य हैं।
बयान पर दी सफाई
मंत्री विजय शाह ने Supreme Court से कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है और वह पहले ही माफी मांग चुके हैं। इस पर कोर्ट ने दो टूक कहा कि “आप एक मंत्री हैं और संवेदनशील समय में संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को बेहद सोच-समझकर बयान देना चाहिए।” Supreme Court की टिप्पणी एक साफ संदेश देती है कि किसी भी संवेदनशील मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए और कानून को अपना काम करने देना चाहिए। SIT की जांच जारी रहेगी और कोर्ट अगली सुनवाई में आगे की दिशा तय करेगा।