🕒 Published 2 months ago (9:49 PM)
कांग्रेस द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उठाए गए सवालों पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष का पद मिलने के बाद भी वे जिम्मेदारी से भरे व्यवहार के बजाय अपरिपक्व और राष्ट्रविरोधी बयान दे रहे हैं।
“सेना का अपमान कर रहे राहुल गांधी” – त्रिवेदी
त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने भारतीय सेना की वीरता को “सरेंडर” जैसे शब्दों से अपमानित किया है, जो कि जवानों और सेना के अफसरों की बहादुरी को कमतर करने का प्रयास है। उन्होंने कहा, “यह मानसिक रूप से बीमार सोच को दर्शाता है। राहुल गांधी जो भाषा बोल रहे हैं, वह आज तक पाकिस्तान के आतंकवादी हाफिज सईद तक ने नहीं बोली।”
पाकिस्तान का पक्ष ले रहे हैं राहुल?
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी अब पाकिस्तान की मीडिया, संसद और डोजियर में चर्चा में आने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि पहले राहुल गांधी आतंकी संगठनों को ‘कवर फायर’ दिया करते थे, अब क्या वे उनका नेतृत्व करने की कोशिश कर रहे हैं?
त्रिवेदी ने तंज कसते हुए कहा, “जो व्यक्ति तीसरी बार चुनाव हारने के बाद तीन प्रतिशत वोट बढ़त को जीत मानता है, जबकि एक नेता तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भी हार का आरोप झेलता है, उसकी सोच और विवेक का स्तर देश समझ सकता है।”
“राहुल कर रहे हैं ओछी राजनीति”
सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता पर तीखा व्यंग्य करते हुए कहा, “नया मुल्ला प्याज ज़्यादा खाता है, लेकिन राहुल गांधी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि वे देश और सेना की शौर्यगाथा पर सवाल उठाकर ओछी राजनीति कर रहे हैं। यह वही भाषा है जो पाकिस्तान की सेना और आतंकवादी संगठनों ने भी इस्तेमाल नहीं की, लेकिन राहुल गांधी आज उसका उपयोग कर रहे हैं।”
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सियासी घमासान
उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से आतंकवादियों के खिलाफ की गई एक बड़ी सैन्य कार्रवाई थी। यह अभियान उस समय शुरू किया गया था जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। इसके जवाब में भारत ने एक निर्णायक ऑपरेशन चलाया जिसमें सौ से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया।
हालांकि, इसके बाद कांग्रेस ने सरकार के फैसलों पर सवाल उठाए और ऑपरेशन की पारदर्शिता को लेकर चिंता जताई। कांग्रेस नेताओं की इस प्रतिक्रिया पर बीजेपी पूरी तरह से हमलावर हो गई है।
बीजेपी का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने सेना के पराक्रम को सवालों के घेरे में डाला है। इससे पहले भी उरी और बालाकोट जैसे अभियानों के बाद कांग्रेस नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक्स के सबूत मांगकर देश के वीर जवानों के त्याग पर सवाल उठाए थे।