🕒 Published 5 months ago (5:44 AM)
हमास पर कड़ा प्रहार: नेतन्याहू की गाजा पर लगातार बमबारी, 400 से अधिक की मौत
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व में इजरायल ने हमास के खिलाफ अपने सबसे गंभीर सैन्य अभियान की शुरुआत कर दी है। गाजा पट्टी पर किए जा रहे इन ताबड़तोड़ हवाई हमलों में 400 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नेतन्याहू का स्पष्ट संदेश है कि “हमास पर कड़ा प्रहार” तब तक जारी रहेगा, जब तक इजरायल अपने सभी सैन्य लक्ष्यों को पूरा नहीं कर लेता।
गाजा पर हो रहे हमले: हमास पर कड़ा प्रहार की शुरुआत
गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों की शुरुआत तब हुई जब हमास ने बंधकों को रिहा करने से इनकार कर दिया। इजरायल ने इस फैसले को युद्ध विराम का उल्लंघन माना और अपने सैन्य बलों को हमास के खिलाफ तेज़ कार्रवाई का आदेश दिया। इन हवाई हमलों में पूरे गाजा को निशाना बनाया जा रहा है। घरों, शिविरों, अस्पतालों, और बुनियादी सुविधाओं पर हो रहे इन हमलों ने गाजा को लगभग ध्वस्त कर दिया है।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि गाजा पर किए जा रहे हवाई हमले सिर्फ एक शुरुआत हैं और इजरायल तब तक पीछे नहीं हटेगा, जब तक वह हमास को पूरी तरह से समाप्त नहीं कर लेता। उनके अनुसार, “हमास पर कड़ा प्रहार” इजरायल की सुरक्षा और बंधकों की रिहाई के लिए आवश्यक है।
नेतन्याहू का सख्त रुख: हमास पर कड़ा प्रहार और युद्ध के लक्ष्यों की पूर्ति
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने स्पष्ट कर दिया है कि इजरायल हमास के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं दिखाएगा। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक इजरायल अपने सभी सैन्य लक्ष्यों को हासिल नहीं कर लेता। इन लक्ष्यों में हमास का पूर्ण सफाया और उसके कब्जे से सभी बंधकों की रिहाई शामिल है। इजरायली सेना द्वारा “हमास पर कड़ा प्रहार” के माध्यम से गाजा में लगातार बमबारी की जा रही है।
नेतन्याहू ने यह भी बताया कि युद्ध विराम के लिए कोई भी वार्ता तभी होगी जब इजरायल अपने लक्ष्यों को पूरा कर लेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि बंधकों की रिहाई के लिए सैन्य दबाव अत्यंत आवश्यक है, और पूर्व में हुई बंधकों की रिहाई इसी सैन्य दबाव के चलते ही संभव हो पाई थी।
गाजा में भारी तबाही: 400 से अधिक लोगों की मौत
गाजा पर किए जा रहे हवाई हमलों में अब तक 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 560 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इजरायली सेना द्वारा की गई बमबारी के चलते गाजा में अस्पतालों में शवों का अंबार लग गया है। इन हमलों में हमास के कई प्रमुख नेता मारे गए हैं, जिनमें एस्साम दीब अब्दुल्ला अल-दलिस भी शामिल है, जो हमास के शासन का प्रमुख था।
गाजा के लोग रमजान के दौरान तड़के सहरी की तैयारी कर रहे थे, तभी इजरायली हमलों ने पूरे इलाके को हिला दिया। एक स्थानीय निवासी रबीहा जमाल ने बताया, “यह नरक की रात थी। धमाकों से इमारतें हिलने लगीं और हमें लगा कि युद्ध फिर से शुरू हो गया है।”
युद्ध विराम के लिए मध्यस्थता का असफल प्रयास
जनवरी में हुए युद्ध विराम के बाद यह इजरायल का सबसे बड़ा हमला है। मिस्र, जिसने पिछले युद्ध विराम में मध्यस्थता की थी, ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। लेकिन हमास ने इजरायल पर युद्ध विराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है और कहा है कि इजरायल के हमलों ने शांति प्रयासों को खतरे में डाल दिया है।
वहीं, रूस और अमेरिका भी इस संघर्ष में अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। रूस ने इजरायली हमलों में हुई बड़ी संख्या में हताहतों की खबर पर चिंता जताई है, जबकि अमेरिकी प्रशासन ने बताया कि इजरायल ने हमलों से पहले उनसे चर्चा की थी।
इजरायली सेना की आगे की रणनीति
इजरायली सेना ने हमास के खिलाफ अपनी रणनीति स्पष्ट कर दी है। सेना ने कहा है कि वे गाजा में जमीनी कार्रवाई फिर से शुरू कर सकते हैं, और इसके संकेत भी दिए हैं। सेना ने गाजा के पूर्वी हिस्सों को खाली करने का आदेश दिया है, जो जमीनी कार्रवाई की शुरुआत का संकेत हो सकता है।
गाजा में मानवीय संकट गहरा गया है। इजरायल ने पिछले दो सप्ताह से गाजा की सहायता आपूर्ति रोक दी है, जिसके चलते लोग भुखमरी और दवाई की कमी से जूझ रहे हैं। गाजा के अस्पताल अब मरने वालों और घायलों से भर चुके हैं, और लोग भय में जी रहे हैं।
नेतन्याहू की योजना: हमास पर कड़ा प्रहार और बंधकों की रिहाई
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायल हमास के खिलाफ “हमास पर कड़ा प्रहार” की नीति को और मजबूत करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि बंधकों की रिहाई के लिए सैन्य दबाव जरूरी है। हमास द्वारा बंधकों को रिहा न करने के कारण ही यह संघर्ष और तेज हो गया है।
नेतन्याहू ने अपने बयान में स्पष्ट कर दिया है कि इजरायल तब तक युद्ध नहीं रोकेगा जब तक वह हमास का पूरी तरह से सफाया नहीं कर लेता और उसके कब्जे में मौजूद सभी बंधकों को मुक्त नहीं करा लेता।
नतीजे: युद्ध विराम की संभावनाएं कम
गाजा पर किए जा रहे हमलों से युद्ध विराम की संभावनाएं अब धूमिल हो गई हैं। इजरायली सेना द्वारा लगातार किए जा रहे हमलों ने यह संकेत दिया है कि यह संघर्ष अभी और आगे बढ़ सकता है। गाजा के लोगों के लिए यह स्थिति दिन-प्रतिदिन और अधिक कठिन होती जा रही है।
“हमास पर कड़ा प्रहार” इजरायल की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और नेतन्याहू ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक इजरायल अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर लेता।
निष्कर्ष
“हमास पर कड़ा प्रहार” के तहत इजरायल ने गाजा पर किए जा रहे अपने हमलों में कोई कोताही नहीं बरती है। 400 से अधिक लोगों की मौत और सैकड़ों घायलों के साथ यह संघर्ष अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। नेतन्याहू की इस कड़ी कार्रवाई ने हमास के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश भेजा है, और यह संकेत दिया है कि इजरायल किसी भी हाल में अपने लक्ष्यों को पाने के लिए दृढ़ है।
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