🕒 Published 2 weeks ago (5:00 PM)
Stress Eating : तनाव के दौरान अधिक भूख लगना और बार-बार कुछ न कुछ खाना एक आम समस्या है, जिसे स्ट्रेस ईटिंग या इमोशनल ईटिंग कहा जाता है। यह आदत न केवल वजन बढ़ाती है बल्कि मानसिक और शारीरिक सेहत को भी नुकसान पहुंचाती है। अगर इसे समय रहते कंट्रोल न किया जाए, तो यह डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी गंभीर स्थितियों की ओर ले जा सकती है।
क्यों होती है स्ट्रेस ईटिंग?
तनाव या चिंता की स्थिति में दिमाग ‘कंफर्ट फूड’ की तरफ आकर्षित होता है। ऐसे में बिना भूख के भी लोग ज्यादा खा लेते हैं। इस आदत को सुधारना जरूरी है क्योंकि यह कई बीमारियों का कारण बन सकती है।
स्ट्रेस ईटिंग से बचने के आसान उपाय
1. माइंडफुल ईटिंग अपनाएं:
हर बार कुछ खाने से पहले खुद से सवाल करें – क्या मैं वाकई भूखा हूं? अगर जवाब ‘ना’ है, तो खाने की बजाय खुद को किसी दूसरी गतिविधि में व्यस्त करें।
2. हेल्दी ऑप्शन चुनें:
अगर खाने का मन बहुत ज़्यादा हो रहा है, तो जंक फूड से बचें। तली-भुनी चीजों की जगह फल, सलाद या हल्के स्नैक्स को प्राथमिकता दें। मीठा खाने का मन हो तो चॉकलेट की जगह सेब खाएं।
3. मात्रा का रखें ध्यान:
अगर आपको सच में भूख लगी है, तो भी सीमित मात्रा में ही खाएं। ओवरईटिंग से वजन तो बढ़ेगा ही, पाचन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।