🕒 Published 1 week ago (8:49 PM)
Starlink Internet Price India : भारत के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में अब हाई-स्पीड इंटरनेट का सपना जल्द हकीकत बनने जा रहा है। केंद्र सरकार ने Elon Musk की कंपनी SpaceX को भारत में Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए टेलीकॉम लाइसेंस दे दिया है। अब कंपनी को सिर्फ IN-SPACe (Indian National Space Promotion and Authorization Centre) की अंतिम मंजूरी का इंतजार है।
क्या है Starlink और क्यों है खास?
Starlink, SpaceX का सैटेलाइट-आधारित इंटरनेट प्रोजेक्ट है, जो लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में मौजूद हजारों सैटेलाइट्स के जरिए इंटरनेट सेवा प्रदान करता है। यह सेवा उन इलाकों में वरदान साबित हो सकती है जहां फाइबर या मोबाइल नेटवर्क अब तक नहीं पहुंच पाया—जैसे दूरदराज के गांव, पहाड़ी क्षेत्र, जंगल और सीमावर्ती इलाके।
कितनी होगी Starlink इंटरनेट की कीमत?
हालांकि आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Starlink की शुरुआती योजना ₹840 प्रति माह में अनलिमिटेड डेटा देने की हो सकती है। यह सेवा हाई-स्पीड और लो-लेटेंसी इंटरनेट के साथ आएगी, वो भी बिना किसी टावर या वायर के।
आम जनता को क्या मिलेगा फायदा?
- ऑनलाइन शिक्षा, टेलीमेडिसिन, डिजिटल बैंकिंग और ई-कॉमर्स जैसी सेवाएं अब उन इलाकों में भी पहुंच सकेंगी जहां नेटवर्क नहीं है।
- इंटरनेट सेवा में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे ग्राहकों को बेहतर और सस्ती सेवाएं मिलेंगी।
- देश की डिजिटल ग्रोथ को मिलेगी नई रफ्तार।
लाइसेंस मिलने में देरी क्यों हुई?
SpaceX 2022 से भारत में एंट्री की कोशिश कर रही थी, लेकिन डेटा स्टोरेज, कॉल इंटरसेप्शन और यूज़र प्राइवेसी जैसे मुद्दों पर सरकार की सख्ती के चलते प्रक्रिया लंबी चली। मई 2025 में ‘Letter of Intent’ मिलने के बाद अब कंपनी को टेलीकॉम लाइसेंस मिल चुका है।
अगला कदम क्या है?
Starlink को अब IN-SPACe की मंजूरी और ट्रायल स्पेक्ट्रम की अनुमति का इंतजार है। रिपोर्ट्स के अनुसार अगले 15-20 दिनों में ट्रायल शुरू हो सकता है, जिसके बाद कमर्शियल लॉन्च की तैयारी होगी।
सैटेलाइट इंटरनेट कैसे काम करता है?
Starlink का सिस्टम शामिल करता है:
- एक डिश एंटीना
- Wi-Fi राउटर
- पावर केबल
- माउंटिंग ट्राइपॉड
इसे खुले आसमान के नीचे लगाना होता है ताकि सैटेलाइट से सीधा कनेक्शन मिल सके। इसके लिए Starlink App (Android और iOS) भी उपलब्ध है, जिससे इंस्टॉलेशन और नेटवर्क की निगरानी आसान हो जाती है।
IN-SPACe की क्या भूमिका है?
IN-SPACe भारत सरकार की अंतरिक्ष एजेंसी है, जो निजी कंपनियों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भागीदारी की मंजूरी देती है। अब Starlink की फाइनल ग्रीन सिग्नल इसी संस्था से मिलना बाकी है।