अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाने की चेतावनी के बाद देश की राजनीति में हलचल मच गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि भारत को अमेरिका पर अपने हित में दबाव बनाना चाहिए।
अखिलेश यादव ने केंद्र की विदेश नीति पर तंज कसते हुए कहा, “लगता है हमारी विदेश नीति ही विदेश चली गई है। इस मुद्दे पर हम सब सरकार के साथ खड़े हैं, लेकिन उसे ठोस कदम उठाने होंगे।” उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका अपने फैसले पर आगे बढ़ता है तो इससे भारतीय कंपनियों, खासकर फार्मास्यूटिकल उद्योग को बड़ा नुकसान होगा।
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बाढ़ पर भी साधा योगी सरकार पर निशाना
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में बाढ़ से बिगड़े हालात को लेकर योगी सरकार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “यूपी में बाढ़ से लोग परेशान हैं, जानें जा रही हैं, लेकिन सरकार को कोई परवाह नहीं है। कोई किसी की नहीं सुन रहा, पता नहीं सरकार कैसे चल रही है।”
ट्रंप का टैरिफ प्लान: 150% से 250% तक बढ़ोतरी की चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अमेरिकी पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अमेरिका दवा उद्योग के आयात पर नया टैरिफ लगाने की योजना बना रहा है। शुरुआत में यह टैरिफ छोटा होगा, लेकिन आने वाले 1-2 साल में इसे 150% से 250% तक ले जाया जाएगा। ट्रंप ने साफ कहा कि उनका मकसद दवाओं का निर्माण अमेरिका में ही करवाना है।
इसके अलावा, ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही सेमीकंडक्टर और चिप्स पर भी टैरिफ लगाया जा सकता है। हालांकि इस पर अभी स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।
भारतीय बाजार पर असर
ट्रंप की इस घोषणा का असर भारतीय बाजार पर भी दिखने लगा है। फार्मा कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई है और निवेशकों में चिंता का माहौल है। अगर टैरिफ लागू होते हैं तो भारतीय दवा उद्योग को अमेरिका में निर्यात करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
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