🕒 Published 1 day ago (11:23 AM)
इंदौर। MP के चर्चित हनीमून मर्डर केस में हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं। राजा रघुवंशी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार की गई उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी अब मेघालय पुलिस की रिमांड पर है। इस सनसनीखेज मामले में अब राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने एक बड़ा दावा किया है, जिसने मामले को और पेचीदा बना दिया है।
गाजीपुर में छिपने का आरोप
विपिन रघुवंशी का कहना है कि सोनम हत्या के बाद इंदौर से भागकर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंची थी। यहां वह कथित रूप से आरोपी राज कुशवाहा की बहन के घर रुकी थी। इसके बाद सोनम वाराणसी भी गई, जहां उसे एक महिला ने दो अनजान पुरुषों के साथ देखा था। यह दावा मामले में एक नए मोड़ की ओर इशारा करता है।
तीन लोगों पर मदद का शक
विपिन रघुवंशी ने यह भी आरोप लगाया कि सोनम को फरार कराने में केवल राज कुशवाहा ही नहीं, बल्कि तीन अन्य लोगों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। उनके अनुसार, हत्या की साजिश पूर्व नियोजित थी और इसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी पहचान अभी तक नहीं हुई है।
मंगलसूत्र और अंगूठी से खुला राज
मेघालय में स्थित जिस होमस्टे में सोनम छिपी हुई थी, वहां उसने जानबूझकर अपना मंगलसूत्र और अंगूठी छोड़ दी थी। होमस्टे के स्टाफ को इस पर शक हुआ और उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। इसी सुराग के जरिए सोनम की लोकेशन ट्रेस की गई और फिर गिरफ्तारी की गई। पुलिस इसे सोनम की रणनीति मान रही है, जिससे वह खुद को निर्दोष साबित कर सके।
रिमांड पर चल रही पूछताछ
मेघालय पुलिस की हिरासत में चल रही सोनम से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। अब जांच इस दिशा में केंद्रित है कि फरारी में मदद करने वाले बाकी लोग कौन थे और क्या वे भी इस मर्डर प्लान का हिस्सा थे। इसके साथ ही गाजीपुर और वाराणसी में उसकी गतिविधियों की पुष्टि के लिए स्थानीय पुलिस को भी जांच में शामिल किया गया है।
एक और संदिग्ध की तलाश
राजा के भाई विपिन का कहना है कि इस साजिश में एक और व्यक्ति शामिल है जिसकी पहचान अब तक नहीं हो सकी है। उन्होंने आग्रह किया कि पुलिस को इस दिशा में भी गंभीरता से जांच करनी चाहिए क्योंकि अकेले सोनम और राज इतने बड़े प्लान को अंजाम नहीं दे सकते थे।
मामला बनता जा रहा है अंतरराज्यीय साजिश
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, यह केस एक गहरी और संगठित साजिश का रूप लेता जा रहा है। सोनम की फरारी और उसे मिली मदद यह दिखाती है कि हत्या के पीछे एक मजबूत नेटवर्क काम कर रहा था। अब सबकी निगाहें पुलिस पर हैं कि वह कब तक इस केस के सभी किरदारों को बेनकाब कर पाती है।