🕒 Published 2 weeks ago (8:43 AM)
Shashi Tharoor On Pakistan: कांग्रेस सांसद डॉ. शशि थरूर ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि उसके 81 फीसदी सैन्य उपकरण चीन से आते हैं, और इनका इस्तेमाल वह देश की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि हमले के लिए करता है। थरूर इस समय कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में हैं, जहां वे भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीतियों को साझा करने के उद्देश्य से एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
पाकिस्तान-चीन गठजोड़ पर सवाल
बोगोटा में एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए थरूर ने कहा, “हमें भलीभांति मालूम है कि पाकिस्तान में इस्तेमाल हो रहे सैन्य उपकरणों का 81 प्रतिशत चीन से आता है। हालांकि ‘डिफेंस इक्विप्मेंट’ एक बहुत उदार शब्द है, क्योंकि ये उपकरण पाकिस्तान की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि आक्रामक कार्रवाई के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन के बीच बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के तहत दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान के बंदरगाह से चीन को जोड़ने वाला गलियारा चीन के लिए सामरिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। “इस कॉरिडोर के जरिए सामान को चीन तक तेज़ी और सस्ते में पहुंचाया जा सकता है,” थरूर ने कहा।
भारत का स्पष्ट रुख: आत्मरक्षा का अधिकार
थरूर ने यह भी कहा कि भारत की लड़ाई सिर्फ आतंकवाद से नहीं, बल्कि उन लोगों से है जो आतंकवाद को प्रायोजित करते हैं और उन्हें पनाह देते हैं। उन्होंने पाकिस्तान में चल रहे आतंकी ठिकानों पर भारतीय कार्रवाई को आत्मरक्षा का अधिकार बताया।
कोलंबिया की प्रतिक्रिया पर असंतोष
शशि थरूर ने कोलंबिया सरकार की प्रतिक्रिया पर निराशा जताई, जिसने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत की कार्रवाई के दौरान मारे गए लोगों के लिए संवेदना प्रकट की थी। उन्होंने कहा, “हमें लगता है कि शायद कोलंबिया सरकार ने स्थिति को पूरी तरह नहीं समझा। भारत ऐसा देश है जो दुनिया में शांति और प्रगति का प्रतीक रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि दुनिया की अन्य सरकारें उन लोगों से कहेंगी कि वे आतंकियों को पनाह देना बंद करें।”
“हमारे पास हैं ठोस सबूत”
थरूर ने पाकिस्तान पर पुख्ता सबूतों के आधार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, तो इसकी जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ नाम के संगठन ने ली थी, जो लश्कर-ए-तैयबा की एक इकाई है और पाकिस्तान के मुरिदके में सक्रिय है।
उन्होंने कहा, “हम कोलंबिया के अपने दोस्तों से कहेंगे कि आतंकियों को भेजने वालों और आतंक से लड़ने वालों के बीच कोई समानता नहीं हो सकती। हम सिर्फ आत्मरक्षा कर रहे हैं और अगर इस पर कोई भ्रम है, तो हम उसे दूर करने को तैयार हैं। हमें कोलंबिया सरकार को हमारी कार्रवाईयों की विस्तृत जानकारी देने में खुशी होगी।”
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पांच देशों की यात्रा पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल
गौरतलब है कि शशि थरूर की अगुवाई में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल इन दिनों गुयाना, पनामा, कोलंबिया, अमेरिका और ब्राजील की यात्रा पर है। इस दौरान भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीतियों, खासकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी सफल कार्रवाइयों की जानकारी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर साझा की जा रही है।
शशि थरूर ने बोगोटा से पाकिस्तान पर सीधे आरोप लगाते हुए दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा। चीन-पाक गठजोड़ पर सवाल उठाते हुए उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत सिर्फ अपनी रक्षा नहीं कर रहा, बल्कि दुनिया को भी आतंक के खिलाफ सचेत कर रहा है।