🕒 Published 18 hours ago (10:04 PM)
महाराष्ट्र के अहमदनगर (अहिल्यानगर) जिले में स्थित प्रसिद्ध शनि शिंगणापुर मंदिर से जुड़े श्री शनैश्चर देवस्थान ट्रस्ट ने हाल ही में बड़ी कार्रवाई करते हुए 167 कर्मचारियों को अनुशासनात्मक कारणों से नौकरी से हटा दिया है। हटाए गए कर्मचारियों में 114 मुस्लिम कर्मचारी शामिल हैं, जो कुल संख्या का लगभग 68% हैं।
हालांकि, ट्रस्ट ने किसी भी प्रकार के धार्मिक भेदभाव से इनकार करते हुए कहा कि यह फैसला कर्मचारियों के खराब प्रदर्शन, लंबे समय से अनुपस्थिति और अनुशासनात्मक कारणों के आधार पर लिया गया है।
ट्रस्ट का पक्ष: गैर-हाजिरी और अनुशासनहीनता के चलते कार्रवाई
देवस्थान ट्रस्ट के CEO गोरक्षनाथ दरंदाले ने मीडिया को बताया कि यह पूरी कार्रवाई दो चरणों में की गई — पहला चरण 8 जून और दूसरा 13 जून को पूरा हुआ। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट में 2400 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से कई लंबे समय से कार्यस्थल से अनुपस्थित थे। इन कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे और बार-बार चेतावनी के बावजूद उन्होंने काम पर वापसी नहीं की।
ट्रस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बर्खास्त किए गए कर्मचारी मंदिर के कृषि, शिक्षा और कचरा प्रबंधन विभाग में कार्यरत थे, और कई कर्मचारी पिछले 5 महीनों से अनुपस्थित चल रहे थे।
‘सकल हिंदू समाज’ का दबाव और विरोध की चेतावनी
इस पूरी कार्रवाई से पहले ‘सकल हिंदू समाज’ नामक संगठन ने मंदिर परिसर में गैर-हिंदू कर्मचारियों को हटाने की मांग की थी। संगठन ने 14 जून को विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी थी। मई महीने में एक वायरल वीडियो सामने आया था, जिसमें दावा किया गया कि एक गैर-हिंदू व्यक्ति मंदिर में पेंटिंग का कार्य कर रहा था।
हालांकि ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि उनकी कार्रवाई का कोई संबंध धार्मिक पहचान से नहीं है, बल्कि यह कर्मचारियों की कार्यशैली और नियमों की अनदेखी को लेकर की गई अनुशासनात्मक प्रक्रिया का हिस्सा है।