🕒 Published 2 days ago (7:01 PM)
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के निशाने पर हैं। हरियाणा जमीन घोटाले और भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने उन्हें 10 जून को पूछताछ के लिए समन भेजा था। हालांकि वाड्रा ने तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए पूछताछ में शामिल होने से इनकार कर दिया और एजेंसी को अगली तारीख देने की गुजारिश की है।
ईडी को ईमेल, अगली तारीख मांगी
रॉबर्ट वाड्रा ने ईडी को मेल कर बताया कि वे आज की पूछताछ में शामिल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए जांच एजेंसी से आगे का समय मांगा है। उल्लेखनीय है कि यह समन PMLA (Prevention of Money Laundering Act) के तहत भेजा गया था।
क्या है मामला?
ईडी की जांच संजय भंडारी के जरिए विदेशों में कथित तौर पर खरीदी गई संपत्तियों और विदेशी आय को लेकर है।
जांच एजेंसी का दावा है कि भंडारी के पास लंदन में स्थित करोड़ों की अघोषित संपत्तियां हैं — जिनमें 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर और 6 ग्रोसवेनर हिल कोर्ट शामिल हैं। इन संपत्तियों को खरीदने, उनके नवीनीकरण और उपयोग में रॉबर्ट वाड्रा की भूमिका होने का आरोप है।
ईडी का कहना है कि वाड्रा के सहयोगी सीसी थंपी और सुमित चड्ढा इन संपत्तियों को छिपाने और उपयोग करने में शामिल रहे हैं। यही नहीं, जांच में यह भी सामने आया है कि वाड्रा स्वयं इन संपत्तियों में रह चुके हैं और नवीनीकरण कार्यों के लिए निर्देश दिए थे।
पहले भी हो चुकी है लंबी पूछताछ
रॉबर्ट वाड्रा इससे पहले भी इस केस में ईडी के सामने पेश हो चुके हैं। अप्रैल 2025 में उनसे करीब 10 घंटे की पूछताछ हुई थी। उस समय उन्होंने कहा था —
“मैं पहले ही 15 बार पेश हो चुका हूं और 23,000 से ज्यादा दस्तावेज दे चुका हूं। अब वही सवाल दोबारा पूछे जा रहे हैं जिनका जवाब 2019 में दे चुका हूं। ये राजनीतिक प्रतिशोध है और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है।”
भंडारी फिलहाल UK में
इस मामले के मुख्य आरोपी संजय भंडारी 2016 में भारत से भागकर यूनाइटेड किंगडम में बस गया था। वह भारत में हथियार सौदों में कथित भ्रष्टाचार और विदेशों में अवैध संपत्ति रखने के आरोपों में वांछित है।