🕒 Published 2 months ago (4:01 AM)
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लाखों वाहन चालकों को जल्द ही ट्रैफिक जाम से राहत मिलने वाली है। दिल्ली सरकार ने रिंग रोड पर सिविल लाइंस के पास स्थित चंदगीराम अखाड़ा टी-प्वाइंट (मेटकॉफ टी-जंक्शन) पर एक नया फ्लाईओवर बनाने की मंजूरी दे दी है। इस परियोजना का उद्देश्य इस व्यस्त चौराहे पर जाम की समस्या को खत्म करना है, जिससे राजधानी के कई प्रमुख इलाकों को जोड़ने वाला यह मार्ग सिग्नल फ्री हो जाएगा।
लाखों यात्रियों को होगा फायदा
इस फ्लाईओवर के निर्माण से सलीमगढ़ बाईपास (शांतिवन) से लेकर मजनू का टीला और सिग्नेचर ब्रिज तक की यात्रा अब बिना किसी लालबत्ती के पूरी की जा सकेगी। इससे न केवल स्थानीय रहवासियों को फायदा होगा, बल्कि उत्तरी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली, बुराड़ी और सिविल लाइंस से नई दिल्ली के बीच रोजाना यात्रा करने वाले लाखों लोगों को भी राहत मिलेगी।
183 करोड़ की लागत, 680 मीटर लंबाई
अधिकारियों के अनुसार, प्रस्तावित फ्लाईओवर की लंबाई 680 मीटर होगी और यह ट्रॉमा सेंटर सिविल लाइंस से डीआरडीओ तक फैला होगा। इस प्रोजेक्ट पर कुल 183 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। फ्लाईओवर के साथ-साथ सड़क की चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी, जिससे ट्रैफिक की गति और नियंत्रण बेहतर हो सके। साथ ही, यू-टर्न की सुविधा, फुटपाथ और पैदल यात्रियों के लिए अलग कॉरिडोर भी विकसित किए जाएंगे।
हर रोज ट्रैफिक में फंसने से मिलेगी राहत
फिलहाल, चंदगीराम अखाड़ा टी-प्वाइंट पर ट्रैफिक सिग्नल के कारण विशेषकर पीक ऑवर में भारी जाम लगता है। कश्मीरी गेट आईएसबीटी से मजनू का टीला जाने वाले रास्ते में कई बार लालबत्ती पार करने में 30 मिनट तक का समय लग जाता है। इस रूट पर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से आने-जाने वाली बसों की संख्या भी अधिक है, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग जाती है।
इन इलाकों को मिलेगा सीधा फायदा
फ्लाईओवर के बन जाने के बाद सिविल लाइंस, पुरानी दिल्ली सचिवालय, विधानसभा, बुराड़ी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोगों के लिए दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में पहुंचना आसान हो जाएगा। सलीमगढ़ बाईपास से मजनू का टीला मार्ग पर ट्रैफिक की सुगमता बढ़ेगी और यात्रियों को समय की बचत होगी।
सरकार की यह पहल न केवल दिल्ली की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाएगी, बल्कि शहर की सड़कों को सुरक्षित और सुचारु बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी।