नई दिल्ली। सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि राम सेतु न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह देश की ऐतिहासिक धरोहर का भी प्रतीक है। याचिका में उन्होंने यह भी जोर दिया कि राम सेतु को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने से इसके संरक्षण और उचित रखरखाव को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार से तथ्यात्मक और कानूनी जवाब पेश करने का निर्देश दिया है। केंद्र को निर्देश दिया गया है कि वह राम सेतु को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के पक्ष और विपक्ष दोनों पहलुओं पर अपनी स्थिति स्पष्ट करे।
इस कदम से राम सेतु की संरक्षण योजना और संभावित पर्यटन विकास पर भी असर पड़ सकता है। राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में राम सेतु को लेकर लंबे समय से बहस चल रही है, और सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका इस विवाद को नया मोड़ दे सकती है।
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