🕒 Published 2 months ago (8:51 AM)
नई दिल्ली। राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक नई परत खुल गई है। मेघालय पुलिस जब बुधवार को इंदौर पहुंची और जांच का दायरा बढ़ाया, तो उन्हें एक नाम बार-बार सामने आता दिखा—संजय वर्मा। शुरुआती जांच में पाया गया कि सोनम ने एक मोबाइल नंबर से संजय वर्मा नाम के शख्स से 112 बार बातचीत की थी। इससे मामला और पेचीदा हो गया था।
लेकिन बुधवार रात को जो खुलासा हुआ, उसने जांच की दिशा ही बदल दी। पुलिस सूत्रों ने जानकारी दी कि यह संजय वर्मा दरअसल कोई और नहीं, बल्कि राज कुशवाह ही था। राज ने संजय वर्मा के नाम से एक फर्जी सिम कार्ड खरीदा था और उसी नंबर से सोनम से लगातार संपर्क में था।
फर्जी सिम से होती थी बातचीत
जांच में पता चला कि राज ने जानबूझकर संजय वर्मा के नाम से सिम ली ताकि अपनी पहचान छिपा सके। इसी नंबर से वह सोनम से नियमित बात करता था। पुलिस को पहले संजय वर्मा की पहचान को लेकर संशय था, लेकिन जब सिम कार्ड की डिटेल्स खंगाली गईं तो सच्चाई सामने आ गई कि यह फर्जीवाड़ा था।
लव ट्रायंगल के साथ अन्य एंगल की भी जांच
मेघालय पुलिस की टीम ने बुधवार को सोनम और राज कुशवाह के घर पहुंचकर परिजनों से बातचीत की। टीम ने यह जानने की कोशिश की कि क्या हत्या सिर्फ प्रेम संबंधों के कारण हुई, या इसके पीछे कोई और कारण भी छिपा है। टीम दो घंटे तक सोनम के मायके में रही और कई सवाल पूछे।
राज कुशवाह के घर भी की गई पूछताछ
पुलिस की टीम राज कुशवाह के घर भी पहुंची, जहां उसकी मां चुन्नी देवी से करीब आधे घंटे तक पूछताछ की गई। पुलिस ने परिवार से यह जानना चाहा कि राज और सोनम के बीच कैसा रिश्ता था और क्या शादी के बाद सोनम के व्यवहार में कोई बड़ा बदलाव आया था।
राजा के परिवार से भी ली गई जानकारी
मंगलवार रात को पुलिस की टीम राजा रघुवंशी के सहकार नगर स्थित घर भी पहुंची थी। यहां राजा के बड़े भाई विपिन रघुवंशी से सोनम के व्यवहार और उनके वैवाहिक जीवन को लेकर सवाल किए गए। टीम ने यह जानना चाहा कि शादी के बाद सोनम कितने समय तक राजा के साथ रही और उनका व्यवहार कैसा था।
जांच में जुटी है पुलिस, कई पहलुओं पर नजर
पूरे मामले में अब पुलिस की नजर सिर्फ प्रेम प्रसंग पर ही नहीं, बल्कि इससे जुड़े अन्य संभावित कारणों पर भी है। फर्जी सिम कार्ड से जुड़े इस नए खुलासे ने केस को और जटिल बना दिया है, और पुलिस हर एंगल की गहराई से पड़ताल कर रही है।