🕒 Published 3 weeks ago (2:36 AM)

नई दिल्ली: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के नॉर्थ कैंपस दौरे को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। राहुल गांधी ने गुरुवार को डूसू (DUSU) अध्यक्ष कार्यालय में NSUI से जुड़े छात्रों से मुलाकात की, जिसमें खासतौर पर SC, ST और OBC वर्ग के छात्रों के साथ शिक्षा में समानता, प्रतिनिधित्व और शैक्षणिक न्याय जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया नियमों का उल्लंघन
दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने राहुल गांधी की इस विजिट पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह दौरा बिना किसी पूर्व अनुमति के हुआ, जो विश्वविद्यालय के संस्थागत प्रोटोकॉल के खिलाफ है। प्रॉक्टर कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राहुल गांधी पहले भी इसी तरह बिना सूचना के कैंपस आ चुके हैं। प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि ऐसी घटनाएं भविष्य में दोबारा नहीं होंगी।
डूसू कार्यालय को किया गया था सील, छात्रों को अंदर बंद करने के आरोप
प्रशासन का दावा है कि राहुल गांधी के दौरे के दौरान डूसू अध्यक्ष कार्यालय को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया था। यहां तक कि डूसू सचिव को भी अंदर जाने से रोका गया। कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें कमरे में बंद कर दिया गया और NSUI कार्यकर्ताओं ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया। विश्वविद्यालय ने इस मामले में शामिल छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
डूसू अध्यक्ष ने प्रशासन पर लगाया दमनात्मक रवैये का आरोप
डूसू अध्यक्ष रौनक खत्री ने विश्वविद्यालय की प्रतिक्रिया पर पलटवार करते हुए कहा कि छात्रसंघ अध्यक्ष को अपने कार्यालय में किसी भी अतिथि को बुलाने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि यह दौरा पूरी तरह शांतिपूर्ण था और इसे ‘अनधिकृत’ बताना गलत, भ्रामक और प्रशासनिक दखल का उदाहरण है।
NSUI और ABVP में तीखी प्रतिक्रियाएं
इस पूरे मामले पर NSUI ने राहुल गांधी के दौरे का समर्थन किया है और इसे छात्रों के साथ संवाद की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया है। वहीं दूसरी ओर ABVP ने इस विजिट को राजनीतिक प्रचार करार देते हुए कड़ी आलोचना की है। इससे छात्र संगठनों में भी तीखी बहस छिड़ गई है।