🕒 Published 2 months ago (5:57 PM)
चंडीगढ़। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचे, जहां उन्होंने करीब तीन घंटे तक हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और ऑब्जर्वर्स के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। कांग्रेस के ‘संगठन सृजन कार्यक्रम’ के तहत आयोजित इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सिरसा की सांसद कुमारी शैलजा, राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला सहित 17 शीर्ष नेता मौजूद रहे।
संगठन निर्माण को मिली प्राथमिकता
बैठक का मुख्य फोकस हरियाणा में कांग्रेस संगठन को जमीनी स्तर पर फिर से खड़ा करना था। इसके तहत राहुल गांधी ने पार्टी की ओर से नियुक्त 22 जिला ऑब्जर्वरों से फीडबैक लिया। इसके बाद वे रणदीप सुरजेवाला और कुमारी शैलजा के साथ चंडीगढ़ एयरपोर्ट रवाना हो गए। बैठक के निष्कर्षों को साझा करने के लिए प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
राहुल गांधी का सख्त संदेश: सिफारिश नहीं, वफादारी और मेहनत चलेगी
राहुल गांधी ने बैठक में स्पष्ट कर दिया कि संगठन में पद पाने के लिए किसी भी तरह की सिफारिश या लॉबिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “अगर किसी नेता ने किसी का नाम आगे बढ़ाया या पैरवी की, तो उस पर कार्रवाई तय है। हमें ऐसे कार्यकर्ता चाहिए जो पार्टी के लिए काम करें, न कि किसी एक नेता के लिए।”
गुटबाजी पर कड़ा रुख
हरियाणा कांग्रेस पिछले एक दशक से गुटबाजी और आंतरिक संघर्षों से जूझ रही है, जिसके कारण संगठनिक ढांचा लगभग निष्क्रिय हो चुका है। राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी में गुटबाजी अब बर्दाश्त नहीं होगी और जो नेता इस प्रवृत्ति को बढ़ावा देगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की 5 बड़ी बातें:
- बीके हरिप्रसाद ने कहा – “हरियाणा में संगठन नहीं होने की बेचैनी थी, राहुल गांधी के दौरे ने संदेश दिया है कि कांग्रेस अब संगठन को लेकर गंभीर है।”
- “गुटबाजी कांग्रेस के काम के बीच नहीं आनी चाहिए, अगर आई तो कार्रवाई होगी।”
- हर जिले में 6 लोगों का पैनल बनेगा। 35 से 55 साल की उम्र वाले, चाहे वे समाजसेवी हों या खिलाड़ी, जिलाध्यक्ष बनने के पात्र होंगे।
- SC-ST और महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, खासकर जिलास्तर की जिम्मेदारियों में।
- पार्टी छोड़ चुके नेता पुनः शामिल हो सकते हैं, लेकिन समर्पण और अनुशासन की शर्त पर।
गुजरात से शुरू हुआ है संगठन सृजन अभियान
बीके हरिप्रसाद ने बताया कि संगठन सृजन की यह मुहिम गुजरात से शुरू हुई है और अब हरियाणा में इसका विस्तार किया जा रहा है। पहले जिला अध्यक्ष चुनने का अधिकार CLP और PCC नेताओं को होता था, लेकिन अब 30 जून तक ऑब्जर्वरों की सिफारिश पर नए जिला अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे।