🕒 Published 9 hours ago (2:47 PM)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दो परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती का आदेश दिया है। उनका कहना है कि यह कदम रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के भड़काऊ बयानों के जवाब में उठाया गया है। ट्रंप ने कहा कि शब्दों का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए, क्योंकि इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
रूस ने दिखाई ताकत, ‘ओरेशनिक’ को दी तैनाती की मंजूरी
ट्रंप के बयान के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पलटवार किया है। उन्होंने घोषणा की है कि रूस अपनी नई हाइपरसोनिक मिसाइल ‘ओरेशनिक’ का निर्माण शुरू कर चुका है और इसे साल के अंत तक बेलारूस में तैनात किया जाएगा। बेलारूस की सीमा यूक्रेन के उत्तरी हिस्से से सटी है, जिससे इस कदम का सामरिक महत्व और भी बढ़ गया है।
पुतिन का संदेश- यह सामान्य सैन्य गतिविधि नहीं है
पुतिन ने यह घोषणा सेंट पीटर्सबर्ग के पास वलाम द्वीप पर बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको के साथ बैठक के दौरान की। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह तैनाती पश्चिमी देशों और नाटो के लिए एक स्पष्ट संकेत है। पुतिन ने बताया कि तैनाती के लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं और सभी तैयारियां तेज़ी से जारी हैं।
‘ओरेशनिक’ मिसाइल: यूक्रेन में किया गया था पहला परीक्षण
इस हाइपरसोनिक मिसाइल का पहला प्रयोग पिछले वर्ष यूक्रेन के ड्नीप्रो शहर के पास एक पुराने मिसाइल संयंत्र पर किया गया था। शुरुआत में इसे प्रयोगात्मक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया था, लेकिन अब इसे सेना में शामिल कर लिया गया है। यह मिसाइल मैक 10 की रफ्तार से वार कर सकती है और किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम है।
ब्रह्मोस बनाम ओरेशनिक: किसमें है ज्यादा ताकत?
ओरेशनिक और भारत की ब्रह्मोस मिसाइल दोनों ही आधुनिक हथियार हैं, लेकिन उनकी कार्यशैली और उद्देश्य अलग हैं।
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ओरेशनिक एक इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है, जो मैक 10 की स्पीड तक पहुंचती है और एक साथ कई टारगेट्स को निशाना बना सकती है।
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ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसकी अधिकतम गति मैक 3 तक है और यह दुश्मन के जहाजों या ठिकानों पर सटीक हमला करती है।
दोनों मिसाइलें अपने-अपने मोर्चों पर प्रभावशाली हैं, लेकिन उनकी तुलना करना वैसा ही है जैसे तोप और रॉकेट की तुलना करना।
यूक्रेन पर रूस का अब तक का सबसे बड़ा हमला
1 अगस्त को रूस ने कीव पर मिसाइल और ड्रोन से भीषण हमला किया। इस हमले में अब तक 31 लोगों की मौत और 179 से अधिक घायल होने की पुष्टि हो चुकी है। कीव की सैन्य प्रशासन के प्रमुख के अनुसार, मलबे से तीन और शव बरामद किए गए हैं।
जेलेंस्की का दौरा और भावुक संदेश
हमले के तुरंत बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “रूस के इन हमलों का कोई औचित्य नहीं है। हम अपने नागरिकों की मौत को कभी नहीं भूलेंगे, न ही माफ करेंगे।”