भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग और दुनिया भर के यहूदी समुदाय को रोश हशनाह की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। यह पर्व यहूदी नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक है और इसे प्रार्थना, पारंपरिक भोजन, नवीनीकरण और शांति के विशेष रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है।
विषयसूची
राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा –
Excellency @Isaac_Herzog, on behalf of the Government and people of India, I convey heartfelt #RoshHashanah greetings to you and the Jewish community. May the new year usher in peace, prosperity, and good health for all.
כבוד הנשיא @Isaac_Herzog, בשם ממשלת הודו והעם ההודי אני…
— President of India (@rashtrapatibhvn) September 23, 2025
“माननीय इसहाक हर्ज़ोग, भारत सरकार और जनता की ओर से मैं आपको और वैश्विक यहूदी समुदाय को रोश हशनाह की शुभकामनाएं देती हूं। मेरी कामना है कि यह नया साल सबके लिए शांति, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का संदेश लेकर आए।”
प्रधानमंत्री मोदी ने भी दी बधाई
इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और यहूदी समुदाय को बधाई दी थी। पीएम मोदी ने संदेश में लिखा –
Shana Tova!
Warmest #RoshHashanah greetings to my friend Prime Minister @netanyahu, the people of Israel and the Jewish community worldwide. Wishing everyone a new year filled with peace, hope and good health.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2025
“शना टोवा! मेरे मित्र बेंजामिन नेतन्याहू, इजरायल की जनता और यहूदी समुदाय को रोश हशनाह की हार्दिक शुभकामनाएं। नया साल शांति, आशा और अच्छे स्वास्थ्य से परिपूर्ण हो।” पीएम मोदी ने साथ ही भारत-इजरायल संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के रिश्ते रक्षा, साइबर सुरक्षा, कृषि, जल प्रबंधन और नवाचार जैसे क्षेत्रों में और मजबूत हुए हैं।
भारत-इजरायल की साझेदारी
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत और इजरायल के बीच बढ़ते रिश्तों में मोदी और नेतन्याहू के व्यक्तिगत संबंध अहम भूमिका निभा रहे हैं। यह शुभकामनाओं का आदान-प्रदान ठीक उसी समय हुआ जब कुछ दिन पहले नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी को उनके 75वें जन्मदिन पर बधाई दी थी। मोदी को उस अवसर पर दुनिया के कई नेताओं, जिनमें डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन भी शामिल थे, से शुभकामनाएं मिली थीं।
संघर्ष के बीच मनाया जा रहा पर्व
इस साल रोश हशनाह ऐसे समय पर आया है जब गाजा में जारी संघर्ष ने हजारों लोगों की जान ले ली है। भारत ने बार-बार इस क्षेत्र में शांति, संयम और बातचीत की अपील की है। वहीं, उसने इजरायल के साथ अपने करीबी संबंध भी बनाए रखे हैं।
अगर खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर ज़रूर करें!

