नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जहां एक ओर पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट नजर आया, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। कांग्रेस ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक ऐसी तस्वीर साझा की, जिसमें एक व्यक्ति के पारंपरिक मोदी स्टाइल पहनावे में सिर नहीं दिख रहा था। इस तस्वीर के साथ लिखा गया था—“जिम्मेदारी के समय गायब”।
इस पोस्ट को लेकर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ “उकसावेभरी राजनीति” बताया है। पार्टी ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सोच ‘सिर तन से जुदा’ वाली मानसिकता को दर्शाती है।
विषयसूची
बीजेपी का तीखा हमला: “यह सिर्फ पोस्ट नहीं, खतरनाक इशारा है”
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस ने जानबूझकर ऐसी तस्वीर साझा की है जो धार्मिक कट्टरता और हिंसा को प्रेरित करने वाली सोच का प्रतीक है। उन्होंने लिखा,
“यह पोस्ट सिर्फ एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं है, बल्कि मुस्लिम वोट बैंक को साधने की कोशिश और प्रधानमंत्री के खिलाफ हिंसात्मक उकसावे की प्रतीक है।”
मालवीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी आरोप लगाए कि उन्होंने अतीत में कई बार प्रधानमंत्री के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए हैं।
बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद जब पूरा देश एकजुट है, तब कांग्रेस का ऐसा पोस्टर दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है। उन्होंने कहा,
“यह केवल पीएम का नहीं, बल्कि देश का अपमान है। कांग्रेस को देश की भावना और एकजुटता की कद्र करनी चाहिए, न कि उसे तोड़ने वाली राजनीति करनी चाहिए।”
अनुराग ठाकुर का सवाल—”क्या कांग्रेस को भारतीयों का खून देख गुस्सा नहीं आता?”
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर पाकिस्तान समर्थक रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता पाकिस्तान का बचाव करते हैं और भारतीय सेना व सरकार पर सवाल उठाते हैं।
उन्होंने कहा,
“पहलगाम में हमारे लोगों का खून बहा है। क्या कांग्रेस को गुस्सा नहीं आता? वह पाकिस्तान की बात सुनने की सलाह देती है और भारत की जवाबी कार्रवाई पर सवाल उठाती है।”
विपक्ष की पहल: संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग
विवादों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र तत्काल बुलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि संसद में प्रतिनिधियों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश देना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी पीएम को पत्र लिखकर यही मांग दोहराई और कहा,
“इस कठिन समय में जब एकजुटता की सबसे अधिक आवश्यकता है, संसद का विशेष सत्र हमारी सामूहिक इच्छा और संकल्प का प्रतीक होगा।”
जहां एक ओर पूरा देश पहलगाम आतंकी हमले के बाद एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदमों की मांग कर रहा है, वहीं कांग्रेस के विवादास्पद पोस्ट ने राजनीतिक माहौल में गर्मी ला दी है। अब यह देखना होगा कि क्या सरकार विपक्ष की मांग पर विशेष सत्र बुलाएगी और क्या यह मुद्दा किसी साझा रणनीति की ओर बढ़ पाएगा या केवल आरोप-प्रत्यारोप में उलझकर रह जाएगा।
अगर खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर ज़रूर करें!

