🕒 Published 4 months ago (5:29 AM)
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2025 में दो महत्वपूर्ण देशों, थाईलैंड और श्रीलंका की यात्रा पर जाएंगे। इस यात्रा के दौरान वे बैंकॉक में आयोजित छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और उसके बाद श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। यह यात्रा भारत की कूटनीतिक नीति और क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने के दृष्टिकोण से बेहद अहम मानी जा रही है।
थाईलैंड दौरा और बिम्सटेक शिखर सम्मेलन
प्रधानमंत्री मोदी 3 से 4 अप्रैल 2025 तक थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक का दौरा करेंगे। इस दौरान वे 4 अप्रैल को आयोजित होने वाले छठे बिम्सटेक (BIMSTEC) शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जिसकी मेजबानी थाईलैंड कर रहा है। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और आपसी संबंधों को मजबूत करने के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
बिम्सटेक देशों की यह महत्वपूर्ण बैठक 2018 में नेपाल के काठमांडू में हुए चौथे शिखर सम्मेलन के बाद पहली बार भौतिक रूप से आयोजित हो रही है। पिछली बैठक मार्च 2022 में श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में वर्चुअल रूप में हुई थी। इस सम्मेलन में भाग लेकर पीएम मोदी व्यापार, सुरक्षा, डिजिटल और समुद्री संपर्क, खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, मानव सुरक्षा, क्षमता निर्माण और कौशल विकास जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे।

थाईलैंड के प्रधानमंत्री से द्विपक्षीय वार्ता
थाईलैंड यात्रा के दौरान 3 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री मोदी थाईलैंड के प्रधानमंत्री पोएटोंगटार्न शिनावात्रा के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। इस बैठक में दोनों नेता द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करेंगे और भविष्य की साझेदारी को लेकर चर्चा करेंगे। भारत और थाईलैंड न केवल समुद्री सीमा साझा करते हैं, बल्कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, भाषाई और धार्मिक संबंध भी हैं। इस बैठक से आपसी सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाने की संभावना है।
श्रीलंका दौरा और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती
थाईलैंड यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी 4 से 6 अप्रैल 2025 तक राजकीय यात्रा पर श्रीलंका जाएंगे। इस यात्रा के लिए उन्हें श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायका ने आमंत्रित किया है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी अपनी श्रीलंका यात्रा के दौरान अनुराधापुरा भी जाएंगे, जहां वे भारतीय वित्तीय सहायता से संचालित विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन में भाग लेंगे। यह दौरा भारत-श्रीलंका संबंधों को और गहरा बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। बता दें कि श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायका ने अपने पदभार ग्रहण करने के बाद पहली विदेश यात्रा के रूप में भारत का दौरा किया था, जो दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों का संकेत देता है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा भारत की कूटनीतिक और आर्थिक रणनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगी। बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी क्षेत्रीय सहयोग को और गति देने का कार्य करेगी, वहीं थाईलैंड और श्रीलंका के साथ द्विपक्षीय बैठकें आपसी संबंधों को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होंगी। यह दौरा दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भारत की भूमिका को और प्रभावी बनाएगा।
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