🕒 Published 4 months ago (6:48 AM)
28 साल की मेहनत और सबसे ऊंचा रेल पुल! कश्मीर में पहली ट्रेन के सफर को पीएम मोदी देंगे हरी झंडी
लंबे इंतजार की घड़ी आखिरकार खत्म होने जा रही है! कश्मीर में पहली ट्रेन के सफर को पीएम मोदी देंगे हरी झंडी, जिससे घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच कनेक्टिविटी के सपने को साकार करने में एक और मील का पत्थर जुड़ने वाला है। यह ऐतिहासिक क्षण न केवल कश्मीर के लोगों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।
28 साल की मेहनत और कई मुश्किलों के बाद सपना हुआ साकार
कश्मीर को रेल नेटवर्क से जोड़ने का सपना कोई नया नहीं है, बल्कि यह 1997 में शुरू हुआ एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था। लेकिन पहाड़ी इलाके, कठिन मौसम, भौगोलिक चुनौतियां और सुरक्षा कारणों से यह प्रोजेक्ट बार-बार देरी का शिकार होता रहा। कश्मीर में पहली ट्रेन के सफर को पीएम मोदी देंगे हरी झंडी, और इसके साथ ही यह ऐतिहासिक प्रोजेक्ट अपने अंजाम तक पहुंचेगा।
ऐसा होगा जम्मू-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन का सफर
19 अप्रैल को कश्मीर में पहली ट्रेन के सफर को पीएम मोदी देंगे हरी झंडी, जिससे जम्मू और श्रीनगर के बीच यात्रा करने वालों को बड़ी राहत मिलेगी। यह ट्रेन कटरा से शुरू होगी क्योंकि जम्मू रेलवे स्टेशन पर अभी काम चल रहा है।
क्या खास होगा इस ट्रेन में?
पूरी ट्रेन में एंटी-फ्रीजिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिससे -20 डिग्री तापमान में भी ट्रेन सुचारू रूप से चलेगी।
भूकंप रोधी सेंसर लगे हैं, ताकि भूकंपीय झटकों के दौरान भी यात्रा सुरक्षित रहे।
गर्म विंडशील्ड की सुविधा ताकि ड्राइवर को बर्फ और कोहरे में कोई परेशानी न हो।
हीटिंग एलिमेंट्स से लैस पाइप और बायो-टॉयलेट ताकि ठंड में भी सही से काम करें।
दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल – चिनाब ब्रिज
इस रूट का सबसे बड़ा आकर्षण चिनाब ब्रिज है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। यह पुल नदी के तल से 359 मीटर ऊंचा है, यानी यह एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ऊंचा है! यह पुल सिर्फ कश्मीर ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है।
इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा यह दिन
कई सालों तक कश्मीर के लोगों ने ट्रेन की सुविधा का इंतजार किया। इस इलाके में सड़क यात्रा बेहद कठिन और समय लेने वाली होती थी। अब कश्मीर में पहली ट्रेन के सफर को पीएम मोदी देंगे हरी झंडी, तो यह सिर्फ एक ट्रेन नहीं बल्कि कश्मीर के लिए प्रगति, विकास और एकता का प्रतीक होगा।
रेलवे प्रोजेक्ट के बड़े पड़ाव
1997: प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई।
2019: चिनाब ब्रिज का ढांचा तैयार हुआ।
2022: पुल पर पहली बार ट्रेन चलाई गई।
2023: जम्मू-श्रीनगर वंदे भारत का ट्रायल सफल रहा।
19 अप्रैल 2024: कश्मीर में पहली ट्रेन के सफर को पीएम मोदी देंगे हरी झंडी।
यात्रियों को मिलेगा आरामदायक सफर
इस नई ट्रेन से जम्मू और श्रीनगर के बीच यात्रा बेहद आसान हो जाएगी। पहले जहां इस सफर में 10-12 घंटे लगते थे, अब यह कुछ घंटों में पूरा हो सकेगा। खासकर कश्मीर आने-जाने वाले पर्यटकों और वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को बहुत फायदा होगा।
भविष्य की योजनाएं
रेलवे मंत्रालय का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में कश्मीर को और भी ज्यादा रेल नेटवर्क से जोड़ा जाए। इसके तहत लेह तक रेलवे लाइन पहुंचाने की योजना है। इससे लद्दाख और कश्मीर के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी।
कश्मीर में रेल आने का क्या होगा असर?
पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
व्यापार और कारोबार के नए अवसर खुलेंगे।
युवाओं को रोजगार मिलेगा।
समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।
निष्कर्ष
अब वह ऐतिहासिक दिन आ गया है जब कश्मीर में पहली ट्रेन के सफर को पीएम मोदी देंगे हरी झंडी। यह सिर्फ एक रेल सेवा नहीं बल्कि कश्मीर और पूरे देश के लिए एक नई शुरुआत है। कश्मीर के लोगों की सालों पुरानी मांग अब पूरी हो रही है, और आने वाले समय में यह इलाका और भी ज्यादा तरक्की की राह पर बढ़ेगा।
19 अप्रैल को जब ट्रेन की सीटी बजेगी, तो यह न केवल इंजन की आवाज होगी, बल्कि यह विकास और नए युग की शुरुआत की गूंज होगी!
अधिक जानकारी और ताज़ा ख़बरों के लिए जुड़े रहें hindustanuday.com के साथ।