PM मोदी ने 10 लोगों को दिया चैलेंज, 10% कम करेंगे तेल का उपयोग

By Pragati Tomer

🕒 Published 5 months ago (6:47 AM)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 लोगों को दिया चैलेंज, 10% कम करेंगे तेल का उपयोग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को एक नई पहल की ओर प्रेरित किया है। उन्होंने मोटापे से निपटने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए एक अनोखा चैलेंज शुरू किया है, जिसका उद्देश्य खाद्य तेल के उपयोग में 10% की कमी लाना है। पीएम मोदी ने 10 प्रमुख हस्तियों को नामांकित किया है और उनसे इस चैलेंज को आगे बढ़ाने की अपील की है। इस पहल का मकसद मोटापे की बढ़ती समस्या से निपटना और जागरूकता फैलाना है।

मोटापे के खिलाफ पीएम मोदी का अनोखा कदम

मोटापा आज के समय में एक गंभीर समस्या बन चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में दुनिया भर में करीब ढाई सौ करोड़ लोग ओवरवेट थे। भारत में भी मोटापे की दर तेजी से बढ़ रही है, खासकर बच्चों और युवाओं में। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि मोटापा और अत्यधिक वजन से लड़ने के लिए हमें अपने खानपान में छोटे-छोटे बदलाव करने की आवश्यकता है। इसी कड़ी में उन्होंने 10 प्रमुख हस्तियों को नामांकित करते हुए एक चैलेंज दिया है कि वे अपने भोजन में तेल का उपयोग 10% कम करें। यह पहल सिर्फ एक चैलेंज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आह्वान है।

पीएम मोदी ने 10 लोगों को दिया चैलेंज

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए 10 लोगों को इस अनोखे चैलेंज के लिए नामांकित किया। उन्होंने इन हस्तियों से आग्रह किया कि वे अपने खाने में तेल की खपत को 10% कम करें और यह चैलेंज आगे नए 10 लोगों को दें, ताकि यह अभियान और व्यापक हो सके। उन्होंने इस पहल के तहत आनंद महिंद्रा, उमर अब्दुल्ला, श्रेया घोषाल, सुधा मूर्ति और अन्य प्रमुख व्यक्तियों को नॉमिनेट किया।

PM मोदी ने 10 लोगों को दिया चैलेंज

कैसे होगा तेल का 10% कम उपयोग?

तेल हमारे दैनिक भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन अत्यधिक तेल का सेवन मोटापा, हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चैलेंज के माध्यम से देशवासियों को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि हमें अपने भोजन में तेल की खपत को नियंत्रित करना चाहिए।

इस चैलेंज को अपनाने के लिए लोग अपने खाना पकाने के तरीकों में छोटे-छोटे बदलाव कर सकते हैं, जैसे कि फ्राइंग की बजाय स्टीमिंग या बेकिंग का उपयोग करना, कम तेल में खाना बनाना, और स्वस्थ विकल्पों की ओर ध्यान देना। इससे न सिर्फ मोटापे की समस्या कम होगी, बल्कि हम अपने स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकेंगे।

पीएम मोदी की इस पहल का उद्देश्य

प्रधानमंत्री मोदी ने 10 लोगों को नामांकित करते हुए कहा कि इस चैलेंज का उद्देश्य सिर्फ तेल का उपयोग कम करना नहीं है, बल्कि यह एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने का आह्वान है। जब हम अपने भोजन में तेल का उपयोग नियंत्रित करेंगे, तो इससे हमारे शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मोटापे से लड़ने के लिए यह एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को खाद्य तेलों की कुल जरूरत का 57% हिस्सा आयात करना पड़ता है। यदि हम तेल की खपत में 10% की कमी करते हैं, तो इससे न सिर्फ हमारा स्वास्थ्य सुधरेगा, बल्कि इससे देश की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

10 लोगों को चैलेंज देने की अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के दौरान कहा था कि वह 10 लोगों को यह चैलेंज देंगे कि क्या वे अपने खाने में तेल का उपयोग 10% कम कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह अपील भी की कि वे आगे नए 10 लोगों को भी ऐसा ही चैलेंज दें, ताकि यह आंदोलन और बड़ा हो सके।

विशेषज्ञों की राय

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि तेल का कम उपयोग करने से हृदय रोग, मोटापा, और अन्य बीमारियों की संभावना कम हो सकती है। अधिकतर विशेषज्ञ इस बात पर सहमत हैं कि भारतीय खानपान में अत्यधिक तेल का उपयोग होता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल की सराहना करते हुए, विशेषज्ञों का कहना है कि अगर हम छोटे-छोटे बदलावों के जरिए अपने खानपान को नियंत्रित करें, तो इससे देश भर में मोटापे और स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने में बड़ी मदद मिलेगी।

आम जनता की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री मोदी के इस अनोखे चैलेंज को लेकर आम जनता में उत्साह देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग इस चैलेंज को स्वीकार कर रहे हैं और अपने दोस्तों व परिवार के सदस्यों को नामांकित कर रहे हैं। कई लोगों ने इस पहल को सराहनीय बताया है और इसे अपने जीवन में अपनाने का निर्णय लिया है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए इस चैलेंज का उद्देश्य सिर्फ तेल का उपयोग कम करना नहीं है, बल्कि यह एक स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जब हम अपने खानपान में छोटे-छोटे बदलाव करते हैं, तो इससे न केवल हमारा शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि हम मानसिक और शारीरिक रूप से भी बेहतर महसूस करते हैं।

इसलिए, आइए हम सभी मिलकर इस चैलेंज को स्वीकार करें और अपने खानपान में तेल की खपत को 10% कम करें, ताकि हम और हमारा समाज एक स्वस्थ जीवन जी सके। PM मोदी ने 10 लोगों को दिया चैलेंज एक ऐसा कदम है, जो हमें स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित करता है और एक स्वस्थ भारत की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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